सागर। आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करने जा रही है. इस बजट से देश का हर व्यक्ति कई तरह की उम्मीदें लगाए बैठा है. बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी के बढ़ते स्तर, निवेश में कमी के बीच वित्त मंत्री के बजट के पिटारे से लोग राहत की उम्मीद कर रहे हैं.
किसान, उद्योगपति, व्यापारी, युवा, महिलाओं से लेकर हर वर्ग बजट से अपने लिए राहत की आस लगाए बैठा है. वित्त मंत्री खुद भी एक महिला हैं, इसलिए वित्त मंत्री के बजट से महिलाओं को खासी उम्मीदें हैं. इसी तरह पढ़ लिखकर रोजगार की तलाश कर रहे युवा इस बजट से रोजगार सृजन की उम्मीदें लगाए बैठे हैं, ताकि उनका भविष्य सुधर सके.
किसान भी हर बार की तरह इस बार भी बजट से आस लगाए बैठे हैं, कि कुछ ऐसी योजनाए बजट से निकले ताकि उन्हें खेती किसानी में फायदा मिल सके. बात अगर व्यवासियों की की जाए तो वो टैक्स सिस्टम में सरलीकरण की उम्मीद लगाए बैठा हैं. व्यापारियों की कहना है कि, सरकार का पहला फोकस महंगाई दर कम करने पर होना चाहिए.
कुल मिलाकर महंगाई दर और बाजार की अस्थिरता का सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ता है, चाहे वो किसान हो या व्यवसायी. हर वर्ग को मोदी सरकार से एक अच्छे और मध्यम वर्गीय लोगों की जेब को राहत देने वाले बजट की उम्मीद है.