जबलपुर(Jabalpur)। लोगों को उनकी जमीन-मकान का मालिकाना हक देने के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन आबादी का सर्वे करवा रहा है. सर्वे ऑफ इंडिया (Survey of India) के साथ मिलकर भू अभिलेख विभाग यह काम कर रहा है. लेकिन जिस गति से आबादी सर्वे का काम होना चाहिए वह नहीं हो पा रहा है. जानकारी के मुताबिक, सर्वे ऑफ इंडिया इस बार ड्रोन (Drone) से आबादी का सर्वे कर रही है.
1317 गांव में होना है सर्वे
सर्वे ऑफ इंडिया के साथ मिलकर भू अभिलेख विभाग को जिले के करीब 1317 गांव में सर्वे करना है, लेकिन ड्रोन की एक टीम होने के कारण यह काम गति नहीं पकड़ रहा है. ओसतन प्रति दिन 5 गांव का सर्वे होना चाहिए पर यह हो नहीं पा रहा है. इतना ही नहीं जब सर्वे हो रहा तो उस समय टीम के साथ पटवारी को उपस्थित होना अनिवार्य होता है, लेकिन वह भी नहीं हो पा रहा. लिहाजा सर्वे का काम रफ्तार नहीं पकड़ रहा है.
ड्रोन से हो रहा है सर्वे
सर्वे ऑफ इंडिया और भू अभिलेख विभाग ने इस मर्तबा आबादी का सर्वे ड्रोन से करने की तैयारी की है. जिसका काम सिहोरा तहसील से प्रारंभ कर दिया गया है. अभी तक एक ही टीम सर्वे का काम ड्रोन से कर रही है. सिहोरा तहसील के 151 गांव को पात्र पाया गया है. जिसमें अभी तक करीब 103 गांव में टीम ने पहुंचकर काम किया है.
राजस्व अमले कि गैर मौजूदगी परेशानी का सबब
कभी राजस्व अमला का नहीं होना तो कभी दूसरी टीम की गैर-मौजूदगी, इसके साथ ही पटवारियों की करीब 1 माह तक चली काम बंद हड़ताल के चलते भी आबादी सर्वे का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. बताया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे का काम हो जाने के बाद संबंधित व्यक्तियों को उनकी जमीन का मालिकाना हक मिल सकेगा. इसमें वही लोग पात्र हैं जो उस जमीन पर 25 सितंबर 2018 तक बसे हों.
जिले में सभी 10 तहसीलों की स्थिति
तहसील | गांव |
जबलपुर | 159 |
पनागर | 170 |
कुंडम | 189 |
पाटन | 216 |
शहपुरा | 219 |
सिहोरा | 151 |
मझौली | 204 |
रांझी | 01 |
गोरखपुर | 08 |