इंदौर। शहर में कोरोना संक्रमण को पैर पसारे साल भर से अधिक समय हो गया है. हालात अभी भी ठीक नहीं हैं. इस दौरान कई तरह के दृश्य भी देखने को मिले, जो काफी चर्चा में रहे. साल भर पहले कोरोना लॉक डाउन के दौरान पूर्व तुकोगंज थाना प्रभारी की एक फोटो वायरल हुई थी. साल भर होने के बाद वह फोटो आज एक बार फिर नजरों के सामने आ जाती है, कि कैसे कोरोना लॉक डाउन में कोरोना वरियर्स अपने परिवार से दूर रहकर जनता की सुरक्षा कर रहे थे.
तुकोगंज थाना प्रभारी निर्मल श्रीवास का फोटो हुआ था चर्चित
करीब साल भर पहले जब इंदौर शहर में कोरोना अपने पैर पसार चुका था, तो पुलिस सड़कों पर मोर्चा संभाले हुए थी. कई पुलिसकर्मी अपने घरों से दूर होटलों में रहकर जनता की सुरक्षा में जुटे हुए थे. तुकोगंज थाना प्रभारी निर्मल श्रीवास का एक फोटो उस समय खूब चर्चित हुआ था. ये फोटो उस समय उनकी पत्नी ने लिया था. निर्मल श्रीवास जब खाना खाने के लिए घर पर गए हुए थे, उसी समय उनकी छोटी बच्ची उनको दूर से निहार रही थी. थाना प्रभारी निर्मल श्रीवास का ये फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.
पहले दूर , अब परिवार के साथ
साल भर बीत जाने के बाद भी इंदौर शहर की पुलिस लोगों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करवाने में लगी हुई है. कहीं सख्ती से, तो कहीं समझाइश के साथ. अब स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी साल भर पहले थी. थाना प्रभारी निर्मल श्रीवास अब उज्जैन में जीआरपी थाने पर तैनात हैं. वे अपने बच्चों के काफी करीब हैं. ऐसी एक और फोटो उनकी फेसबुक और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसमें वह अपने बच्चों के साथ दिखाई दे रहे हैं. एक साल पहले जहां डर का माहौल था, वहीं आज चेहरे पर कोरोना से लड़ने की शक्ति है.
पुलिसकर्मियों ने परिवार से दूर रहकर की जनता की सुरक्षा
साल भर पहले जब कोरोना इंदौर में पैर पसार रहा था, देश भर में लॉक डाउन लगा था. उस समय भी इंदौर के पुलिसकर्मियों ने अपने घरों को छोड़कर होटल और अन्य जगहों पर अपना ठिकाना बनाया हुआ था. उनके परिवार ने भी उस कठिन दौर का डटकर सामना किया था. उस दौरान कई पुलिसकर्मी अपने परिवार से बिछड़ गए थे. पुलिसकर्मी आज भी उसी हौसले के साथ मैदान में डटे हुए हैं.
जूनी इन्दौर थाना प्रभारी की हुई थी कोरोना से मौत
इंदौर में कोरोना संक्रमण की चपेट में कई पुलिसकर्मी भी आए थे. उन्हीं में से एक थे जूनी इंदौर थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी .देवेंद्र चन्द्रवंशी कोरोना संक्रमित हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था. कई दिनों के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई थी.
फिर मैदान में डटे पुलिसकर्मी
कई और पुलिसकर्मी भी कोरोना संक्रमित हुए थे. इनमें एरोड्रम थाना प्रभारी राहुल शर्मा, खजराना थाना प्रभारी संतोष सिंह भी शामिल थे. संतोष सिंह अभी गांधीनगर थाना प्रभारी हैं. MIG थाना प्रभारी विनोद दीक्षित के साथ ही कई और थाना प्रभारी और आरक्षक भी कोरना की चपेट में आए थे. यह सभी थाना प्रभारी आज भी हौसलों के साथ मैदान में डटे हुए हैं.
फिर वही हिम्मत चाहिए
पुलिसकर्मी अपनी जान दांव पर लगाकर जनता की सुरक्षा में डटे हुए हैं. आज फिर कोरोना की दूसरी वेव हमें डरा रही है. एक बार फिर से उसी हिम्मत और हौसले की जरूरत है.
एमपी में कोरोना फिर बेकाबू
- 18 मार्च से प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर 5.2% के ऊपर
- राज्य में पिछले 24 घंटे में 1,885 नए केस मिले
- 6 महीने में एक दिन का सबसे ज्यादा आंकड़ा
- 6 सितंबर 2020 को 1885 संक्रमित मिले थे
कोरोना की कहानी, आंकड़ों की जुबानी
- प्रदेश में 2,82,174 लोग संक्रमित
- 2,67,242 मरीज स्वस्थ हुए
- पिछले 24 घंटे में 1885 नए संक्रमित मिले
- एक्टिव केस 11 हजार के पास पहुंचा
- मार्च में हर दिन औसत 330 एक्टिव केस मिल रहे हैं
बात इंदौर की...
- इंदौर में साल 2020 में अब तक कुल 65,373 से ज्यादा कोरोना के केसज़ सामने आए
- इंदौर में फिलहाल 2,523 एक्टिव केस हैं
- अब तक 947 से ज्यादा लोगों की सिर्फ इंदौर में मौत हुई