भोपाल। सीहोर में शिव महापुराण की कथा भले ही फिर शुरू हो गई हो, लेकिन इसको लेकर सियासी घमासान (end the tradition of holi of bhopal nawab) और तेज हो गया है. खास बात यह है कि कथावाचक पंड़ित प्रदीप मिश्रा भी खुलकर मैदान में उतर चुके हैं. कांग्रेस ने प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात भी की. प्रतिनिधिमंडल ने पंड़ित जी को आश्वासन दिया है कि उन्हें कमलनाथ का पूरा समर्थन है और उनकी कथा अब निर्विघ्न संपन्न होगी. दूसरी तरफ पंड़ित जी ने आरएसएस, विश्व हिंदु परिषद से भोपाल में नबाव की होली की जगह शिव होली मनाने की अपील की है.
प.प्रदीप मिश्रा ने हिंदू संगठनों से मांगा सहयोग
पंडित प्रदीप मिश्रा हिंदू संगठनों से सहयोग मांगते हुए कहा है कि इस बार भोपाल में शिव होली मनाई जाए. उन्होंने कहा कि भोपाल के नवाब के पांच दिन तक होली खेलते थे. इसके लिए अलग-अलग जगह जाने की परंपरा थी. इसे वे खत्म करेंगे.उन्होंने कहा कि नवाब होली मनाते थे, लेकिन अपने ऊपर रंग डालने वाले को सजा भी देते थे. उन्होंने कहा कि वे शिव महापुराण की कथा हिंदुओं को एकजुट करने के लिए ही करते हैं. आरएसएस, विश्व हिंदु परिषद से अपील करते हुए पंड़ित मिश्रा ने शिव होली मनाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि वे नवाबों की होली की परंपरा को खत्म करने के लिए आगे आएं. हालांकि उन्होंने व्यासपीठ से शिवपुराण को राजनीति का अखाड़ा न बनाने की भी अपील की.
कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने की मुलाकात
बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर गठित कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने सीहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने महाराज से कहा कि कांग्रेस व कमलनाथ का इस कार्यक्रम को पूरा समर्थन है। यह कार्यक्रम अपनी घोषणा अनुसार निर्विघ्न पूरा होना चाहिए. कांग्रेस नेताओं से मुताकात के बाद पंडित मिश्रा ने कहा कि शिव महापुराण की कथा को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए. कथा में आई बाधा के लिए बीजेपी नेताओं ने प्रशासन को दोषी ठहराया है. इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय, और नारायण त्रिपाठी ने सीएम को पत्र भी लिखा था. वही उमा भारती, नरोत्तम मिश्रा ने भी प्रशासन को दोषी ठहराया था.