भोपाल। मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के प्रथम चरण में हुए कम मतदान ने निर्वाचन आयोग और राजनैतिक दलों की नींद उड़ा दी है. ऐसे में सरकार और राजनीतिक पार्टियों को दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अब धर्मगुरुओं का सहारा लिया है. आज बुधवार 13 जुलाई को दूसरे चरण का मतदान हो रहा है. चूंकि आज गुरु पूर्णिमा भी है. ऐसे में निर्वाचन आयोग के साथ-साथ कांग्रेस बीजेपी को डर है की मतदाता अपने गुरूओं के पास जा सकते हैं और इसका वोटिंग परसेंट पर असर पड़ सकता है. इसलिए सरकार ने वोटिंग परसेंट बढ़ाने के लिए धर्मगुरुओं से मतदान की अपील कराई गई.
धर्मगुरुओं की अपील-पहले मतदान करें फिर दर्शन करने आएं: आचार्य पंडित विष्णु बाबा ज्योतिषाचार्य (Acharya Pandit Vishnu Baba Astrologer) ने मुरैना में अपने भक्तों से कहा कि ''गुरु के दर्शन के पहले मतदान जरूर करें. मतदान आपका अधिकार है और उसे करने के बाद ही गुरु का आशीर्वाद लें''. जैन संत गणाचार्य श्री 108 विराग सागर मुनि महाराज जी (Virag Sagar Muni Maharaj Jain Saint) अपील करते हैं ''13 जुलाई, गुरु पूर्णिमा के दिन पहले मतदान करें फिर गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाएं''. वहीं करुणाधाम आश्रम पीठाधीश्वर सुदेश शांडिल्य महाराज जी ने भी ''मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि पहले मतदान फिर गुरु पूजन''.
वोटिंग परसेंट बढ़ाने के लिए गुरुओं का सहारा: मध्य प्रदेश के निकाय चुनाव में दूसरे चरण के चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग और कांग्रेस-बीजेपी को अब गुरुओं का सहारा है. कांग्रेस और बीजेपी के साथ राज्य निर्वाचन आयोग को डर सता रहा है कि दूसरे चरण में मतदान का प्रतिशत कम हो सकता है. इसके पीछे कारण है इस दिन गुरु पूर्णिमा पर्व का होना. ऐसे में बीजेपी ने तो निर्वाचन आयोग से चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने तक की गुहार लगाईं थी. पर चुनावी प्रक्रिया इतने आगे बढ़ गई है कि इस मांग पर विचार नहीं किया गया. ऐसे में अब वोटिंग परसेंट बढ़ाने के लिए धर्मगुरुओं का सहारा लिया है.
13 जुलाई अपने आप में बहुत बड़ा दिन है, क्योंकि इस दिन गुरु पूर्णिमा भी है और लोकतंत्र का महापर्व भी. राष्ट्रीय हित में समस्त लोग मतदान जरूर करें. और सभी लोग गुरु पूर्णिमा भी बड़े धूमधाम और अपनी श्रद्धा से मनाएं.-विराग सागर मुनि महाराज, जैन संत
गुरु पूर्णिमा के पर्व में बढ़ाई राजनैतिक दलों की चिंता: गुरु पूर्णिंमा पर भक्त अपने गुरुओं की न केवल पूजा करते है बल्कि इस दिन उनके दर्शन करने उनके स्थान और आश्रम जाते हैं. ऐसे में अगर जिन वोटरों के गुरु उनके शहर से बाहर है तो वोटिंग परसेंट प्रभावित हो सकता है. यही वजह है कि प्रशासन और राजनैतिक दलों के द्वारा गुरुओ से लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए वोटिंग की अपील कार्रवाई गई. गुरु पूर्णिमा के पर्व ने भले ही निर्वाचन आयोग और राजनैतिक दलों की चिंता बढ़ाई हो पर उम्मीद की जा रही है कि वोट दक्षिणा देकर मतदाता अपने गुरुओं को मजबूत लोकतंत्र का उपहार देकर गुरु पूर्णिमा और मतदान के पर्व को सार्थक करेंगे.
बीजेपी ने गुरुओं की शरण में मत्था टेककर करायी वोटिंग की अपील: हालांकि अभी तक ये खुलासा नहीं किया गया कि इन साधू संतों से किसने जाकर गुहार लगायी है. लेकिन जानकारी के मुताबिक बीजेपी को कम वोटिंग से नुकसान होने कि आशंका है, ऐसे मे बीजेपी संगठन सहित बीजेपी नेताओं ने साधुओं के आश्रमों में जाकर मत्था टेका. और उनसे लोगों से वोटिंग करने की अपील करवाई.
(MP Local Body Elections Final Phase) (New plan to increase voting percentage) (Religious leaders appeal to voters to vote)