भोपाल| पिछले दो-तीन महीनों के अंदर ही राजधानी में कई घटनाएं सामने आई हैं जिसमें आवारा कुत्तों ने ना केवल बड़ों को बल्कि बच्चों को भी नुकसान पहुंचाया है. यहां तक कि दो बच्चों की मौत भी हो चुकी है. इसे देखते हुए अब प्रदेश सरकार ने नगर निगम भोपाल के साथ मिलकर कुत्तों के लिए डॉग शेल्टर हाउस बनाने का फैसला लिया है.
इसी संबंध में मंत्रालय सभागार में स्वयंसेवी संगठनों के साथ शहर में कुत्तों के कारण हो रही समस्याओं के निराकरण के संबंध में एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह एवं विधि एवं जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे.
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि भोपाल शहर के चारों कोनों पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एनीमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर और डॉग शेल्टर हाउस बनाये जायेंगे. शेल्टर हाउस में नसबंदी, चिकित्सा और पोषण की पूरी व्यवस्था रहेगी . उन्होंने कहा कि शेल्टर हाउस के संबंध में राजकोट मॉडल का भी अध्ययन करें.
⦁ बर्थ कंट्रोल कर आवारा कुत्तों की संख्या कम करना जरूरी - जयवर्द्धन सिंह
⦁ कुत्तों के साथ संवेदनशील तो रहें, लेकिन मानवीय संवेदना न भूलें- यवर्द्धन सिंह
⦁ कुत्तों की देखभाल के लिये लोगों को करें प्रेरित- पीसी. शर्मा
⦁ पशु प्रेमियों का सहयोग जरुरी
प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास संजय दुबे ने कहा कि इस क्षेत्र में जो संस्थाएं पहले से कार्य कर रही हैं, उन्हें ही इस कार्य में सहभागी बनाया जाना चाहिये. बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये. इस दौरान कलेक्टर भोपाल तरुण कुमार पिथोड़े और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे.