पन्ना। टाइगर रिजर्व के कोर एरिया अंतर्गत आने वाले गांव रमपुरा में लोग आज भी बिजली, राशन और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. ग्रामीण सरकार से मिलने वाली किसी भी लाभकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
रमपुरा ग्राम पंचायत इटवाकला में आती है, जो गांव से 15 किलोमीटर दूर है. रमपुरा गांव में लगभग 80 आदिवासी परिवार रहते हैं, जिन्हें पन्ना टाइगर रिजर्व के गेट से निकलकर इटवाकला जाना पड़ता है. यहां न ही कोई वाहन की सुविधा है ना ही बिजली की. ग्रामीणों के राशन कार्ड तो बना दिए गए हैं, लेकिन उन्हें कई-कई महीनों तक राशन ही नहीं मिलता. ग्रामवासी 15 किलोमीटर पैदल चलकर राशन लेने जाते हैं और खाली हाथ वापस आ जाते हैं.
ग्रामीणों की मानें तो न उन्हें वृद्धा पेंशन मिलती है, ना ही किसी अन्य योजना का लाभ. लोगों ने बताया कि रोजगार के साधन नहीं होने के कारण वह लकड़ी बीनते हैं, लेकिन उसमें भी वन विभाग के लोग केस बना देते हैं. रोजगार के लिए लोगों को महानगरों की तरफ पलायन करना पड़ता है. ग्रामवासियों को ये तक पता नहीं है कि लोकसभा का चुनाव कब होना है और किस पार्टी से कौन-कौन प्रत्याशी हैं.