साहिबगंज: महिला थाना प्रभारी खुदकुशी केस के पुलिस खुलासे के बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. बीजेपी ने जहां इस मामले में जांच नतीजों पर सवाल उठाए हैं. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को धैर्य रखने की नसीहत दी है.
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जांच नतीजों पर बीजेपी के सवाल
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने रविवार को मृतक रूपा तिर्की के मामले में पुलिस द्वारा आत्महत्या करार दिए जाने के मामले पर संदेह जाहिर किया है. उन्होंने कहा कहीं ना कहीं संदेह की सुई जिन रसूखदार लोगों पर है उन्हें सरकार बचाना चाहती है. सरकार को डर है कि उनके नाम आने से सरकार की छवि खराब होगी. इसके साथ ही प्रदीप सिन्हा ने पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. प्रदीप सिन्हा ने हेमंत सोरेन के आदिवासी प्रेम पर भी सवाल उठाया और पूछा ये कैसा प्रेम है कि एक आदिवासी परिवार की बेटी की मृत्यु पर चुप्पी साध ली गई है.
बीजेपी पर कांग्रेस का पलटवार
पुलिस जांच पर बीजेपी के सवाल पर कांग्रेस ने बीजेपी को धैर्य रखने की नसीहत दी है, प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा किसी घटना पर पर्दा नहीं डाला जाता है. उन्होंने बीजेपी पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा ऐसे आरोपों को विशेष तवज्जो देने की जरूरत नहीं है.
रूपा तिर्की कांड में पुलिस का खुलासा
रूपा तिर्की खुदकुशी केस में पुलिस ने खुलासा करते हुए इसे हत्या मानने से इंकार कर दिया. एसपी के मुताबिक रूपा तिर्की का दोस्त शिव कुमार कनौजिया उसे मानसिक रूप से परेशान कर रहा था, जिसकी वजह से रूपा ने खुदकुशी की. इसके साथ ही पुलिस ने महिला दारोगा ज्योत्स्ना और मनीषा के साथ मुख्यमंत्री सह विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को क्लीन चिट देते हुए तीनों के खिलाफ किसी प्रकार के साक्ष्य मिलने से इंकार किया है. पुलिस के मुताबिक रूपा के आरोपी दोस्त शिव कुमार कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया गया है.