8 मार्च को झरिया में हुए बवाल की जांच शुरु, विश्व हिंदू परिषद ने प्रशासन के प्रति प्रकट किया आभार - Head of animal buried inside soil
धनबाद में 8 मार्च को विश्व हिंदू परिषद झरिया कार्यालय के पास से एक पशु का कटा हुआ सिर मिलने पर बवाल मच गया था. जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता और आम लोग सड़क पर उतर कर आगजनी भी की थी. मामले में पशु के सिर को जांच के लिए रांची भेज दिया गया है.
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धनबाद: 8 मार्च को विश्व हिंदू परिषद के झरिया कार्यालय के पास से एक पशु के सिर को लेकर प्रशासन ने जांच शुरू कर दी गई है. मिट्टी के अंदर दफन पशु की सिर को बाहर निकाला गया और उसे रांची फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है. विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने इस जांच पर जिला प्रशासन को आभार प्रकट किया है.
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झरिया विश्व हिंदू परिषद कार्यालय के समक्ष फेंके गए पशु के सिर को लेकर प्रशासन ने अपनी जांच शुरू कर दी है. मजिस्ट्रेट सह पुटकी सीईओ सुरेंद्र कुमार की नियुक्ति में डॉक्टरों की टीम झरिया के बस्ताकोला गोशाला पहुंची. गौशाला में दफन किए गए पशु के सिर को बाहर निकाला गया. सिर की जांच के लिए रांची फॉरेंसिक लैब में भेजने के बात डॉक्टरों की टीम में शामिल पशुपालन पदाधिकारी डॉ विपिन बिहारी मेहता ने कही है. उन्होंने बताया कि सिर को देखकर प्रतीत हो रहा है कि इसे किसी जानवर ने नहीं नोचा है. बल्कि पशु के सिर को काटा गया है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि फॉरेंसिक रिपोर्ट के आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वहीं मामले की जांच शुरू होने पर विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने जिला प्रशासन के प्रति अपना आभार प्रकट किया है.