ऊनाः प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर की गृह पंचायत पलाहटा निर्विरोध चुनी गई है. पंचायत में वीरेंद्र कंवर के बेटे दीपंकर कंवर प्रधान चुने गए हैं. जानकारों की माने तो कुटलेहड़ विधानसभा क्षेत्र में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई पंचायत निर्विरोध चुनी गई हो. बुधवार को पंचायती चुनावों के लिए नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन स्थानीय लोगों की सर्वसम्मति से अपनी पंचायत को बिना किसी विरोध के चुन लिया गया.
विरेंद्र कंवर ने इसी पंचायत से चुनाव लड़ की थी अपनी राजनीतिक शुरुआत
बता दें कि इसी पंचायत से चुनाव लड़ कर विरेंद्र कंवर ने भी अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी. इसके अलावा मौजूदा पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर के दादा भी इसी पंचायत से अपनी राजनीति का आगाज कर चुके हैं. लेकिन अब खुद पंचायती राज मंत्री के बेटे दीपंकर 27 वर्ष की आयु में इस पंचायत के प्रधान बने हैं. इससे पंचायत क्षेत्र में खुशी का माहौल है और जनता को आस है कि पंचायत का चहुंमुखी विकास अगले 5 साल में होगा.
यह सदस्य चुने गए निर्विरोध
पलाहटा पंचायत उपप्रधान शक्ति सिंह, वार्ड सदस्यों में अलका देवी, कमलेश कुमार, ममता देवी, विपिन कुमार, सुरजीत सिंह को सर्वसम्मति से चुना गया है.
पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा
इस पर पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि पंचायत उनके बेटे की देखरेख में भरपूर विकास करेगी. वहीं निर्विरोध चुने गए पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर के पुत्र दीपंकर कंवर ने कहा कि वह पंचायत का चहुंमुखी विकास करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि पंचायत निर्विरोध चुने जाने के कारण 10 लाख का विशेष पैकेज भी पंचायत को मिलेगा. जिससे पंचायत एक मॉडल पंचायत बनेगी.
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