कसौली/सोलन: कालका-शिमला नेशनल हाईवे 5 पर परवाणू से सोलन तक फोरलेन निर्माण कार्य किया गया, जिसके बाद से ही लोगों की परेशानी शुरू हो गई. पिछले दिनों मूसलाधार बारिश से कुमारहट्टी-बडोग बाइपास स्थित एक निजी स्कूल में बरसात का पानी घुस गया. जिसकी वजह से स्कूल की हालत खराब है. यहां पर हाईवे की कल्वट स्कूल की ओर बना दी गई है, जिससे बारिश का पानी और मलबा सीधा स्कूल की ओर आता है. ऐसे में स्कूल भवन खतरे की जद में आ गया है.
अभिभावकों ने की प्रशासन से शिकायत: हैरत की बात यह है कि भवन पर खतरे को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने भी अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है और नहीं स्कूल को शिफ्ट किया गया है. कुछ अभिभावकों ने यह मामला जिला प्रशासन के समक्ष उठाया, जिसके बाद उपमंडलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर ने मौके का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उपमंडलाधिकारी ने जोखिम देखते हुए एहतियात के तौर पर स्कूल प्रबंधन को यहां कक्षाएं न लगाने के निर्देश दिए हैं.
उपमंडलाधिकारी ने PWD को दिए जांच के आदेश: वहीं, उपमंडलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को भी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्कूल भवन को अनसेफ घोषित करने का फैसला लिया जाएगा. बहरहाल, स्कूल प्रबंधक को इस भवन में कक्षाएं संचलित न करने के लिए कहा गया है और रिपोर्ट आने तक स्कूल खाली रखने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि बच्चों और स्कूल स्टाफ को किसी भी प्रकार का जोखिम न हो.
स्कूल की दीवारों में आई दरार: पानी के स्कूल में चले जाने से दीवारों में दरारे आ गई है। जिससे भवन को ओर अधिक खतरा मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि दो अन्य कल्वट भी स्कूल के आसपास बनाई गई थी। जिसे एनएचएआई की ओर से बंद कर दिया गया है और पानी एक ही कल्वट से स्कूल की ओर आ गया है.
एहतियात के तौर पर नहीं लगेगी कक्षाएं: सोलन उपमंडलाधिकारी कविता ठाकुर ने कहा निजी स्कूल में पानी और मलबा जाने के बाद निरीक्षण किया. स्कूल में काफी जोखिम लग रहा है. इसके बाद एहतियात के तौर पर बच्चों की कक्षाएं दूसरी जगह लगाने के लिए प्रबंधकों को कहा गया है. साथ ही स्कूल भवन में जोखिम के बारे में जांच करने के लिए लोक निर्माण विभाग को आदेश दे दिए गए हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही स्कूल भवन के अनसेफ का फैसला लिया जाएगा.
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