सोलन: पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ फोरलेन के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. पिंजौर से नालागढ़ तक 54.9 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हो गया है. अब इस जमीन पर 45 मीटर चौड़ी सड़क तैयार होगी.
दरअसल, बद्दी से नालागढ़ तक हिमाचल के क्षेत्र में 8 हेक्टेयर जमीन पर सहमति नहीं हुई थी, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रयासों से इस मसले को सुलझा लिया गया है. अब यहां पर आपसी सहमति से भू-अधिग्रहण प्रक्रिया विभाग ने शुरू कर दी है. जल्द विभाग निर्माण कार्य के लिए टेंडर लगाएगा.
प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में वाहनों की अधिक आवाजाही के चलते केंद्रीय मंत्रालय ने वर्ष 2014 में पिंजौर-नालागढ़ फोरलेन की मंजूरी दी थी, लेकिन हरियाणा और हिमाचल में भूमि अधिग्रहण न होने से निर्माण शुरू नहीं हो पाया.
बाद में हरियाणा ने भू अधिग्रहण का मामला सुलझा लिया और पिंजौर से बद्दी तक टेंडर आमंत्रित भी कर लिए, लेकिन बद्दी से नालागढ़ की करीब 25 हेक्येटर में से 17 हेक्येटर ही अधिग्रहण हो पाई थी और आठ हेक्टेयर पर सहमति नहीं हो सकी. इससे टेंडर नहीं लग पाए. इस 8 हेक्टेयर जमीन में चार हेक्टेयर सरकारी और चार निजी भूमि थी.
वहीं, मामला सुलझने के बाद विभाग ने 3डी अधिसूचना जारी कर दी है. निजी भू मालिकों को जमीन का पैसा देने के बाद टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे.
16 छोटे और 5 बड़े पुल बनेंगे
बद्दी मार्ग पर 16 छोटे पुल, पांच बड़े और 104 पुलिया बनाई जाएगी. सड़क 45 मीटर चौड़ा किया जाएगा. बीबीएन को इससे जाम से निजात मिल पाएगी. विभाग के साइट इंजीनियर दिनेश पुनिया ने बताया कि पिंजौर नालागढ़ मार्ग पर हिमाचल क्षेत्र में 8 हेक्टेयर जमीन पर विवाद था.अब जमीन को लेकर सहमति हो गई है. विभाग ने अब इसकी अधिसूचना जारी कर दी है.
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