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मारकंडा नदी को स्वच्छ रखने के लिए सिरमौर प्रशासन ने छेड़ी मुहिम, पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल

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Published : Mar 14, 2021, 4:30 PM IST

मारकंडा नदी 23 किलोमीटर के दायरे में फैली है. नदी की सफाई के लिए विशेष अभियान की शुरुआत की गई है. पवित्र नदी की सफाई के लिए उतरे सैकड़ों लोग आगे आए हैं.

Markanda river clean
Markanda river clean

नाहनः लाखों लोगों की आस्था की प्रतीक पवित्र मारकंडा नदी को स्वच्छ रखने के लिए सिरमौर प्रशासन ने मुहिम छेड़ी है. इसके तहत डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी के निर्देशों पर प्रशासन ने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों की मदद से मारकंडा नदी में विशेष रूप से सफाई अभियान की शुरुआत की है.

7 प्रदूषित नदियों में आंकी गई मारकंडा नदी

दरअसल मारकंडा नदी प्रदेश की 7 प्रदूषित नदियों में आंकी गई है. यही वजह है कि पिछले लंबे समय से इस नदी में गंदगी बढ़ती जा रही थी और इसी को ध्यान में रखते हुए इसे स्वच्छ करने का निर्णय लिया गया. रविवार को जहां एक टीम ने मारकंडा नदी के उद्गम स्थल बोहलियों से सफाई अभियान की शुरू की, तो दूसरी ओर कालाअंब से एडीसी सिरमौर प्रियंका वर्मा के नेतृत्व में यह विशेष अभियान चलाया गया.

वीडियो.

बीडीओ ने दी जानकारी

बीडीओ नाहन अनूप शर्मा ने बताया कि इस सफाई अभियान की शुरुआत मारकंडा नदी के उद्गम स्थल बोहलियों से हुई है. जिसमें स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा व हेल्थ वर्कर समेत स्थानीय लोग अपनी भागीदारी निभा रहे हैं.

अभियान का मुख्य उद्देश्य मारकंडा नदी को स्वच्छ बनाना

उन्होंने कहा कि सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य मारकंडा नदी को स्वच्छ बनाना है. उन्होंने कहा कि मारकंडा नदी जिला सिरमौर में करीब 23 किलोमीटर लंबी है. जोकि बाद में हरियाणा में प्रवेश करती है. हिमाचल की सीमा में इस नदी के साथ करीब 7 पंचायतें लगती है. सभी पंचायतों के प्रतिनिधि व स्थानीय लोग अपने-अपने क्षेत्रों में मारकंडा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए अपना सहयोग दे रहे हैं.

मारकंडा नदी से जुड़ी लाखों लोगों की आस्था

कुल मिलाकर मारकंडा नदी से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा से लोग मारकंडा नदी पर पूजा करने पहुंचते हैं. ऐसे में अब इस नदी को पूरी तरह से स्वच्छ करने का जिला प्रशासन ने बीड़ा उठाया है.

ये भी पढ़ें- रात साढ़े 11 से सवा 12 बजे तक ऑनलाइन जमा नहीं होंगे बिल

नाहनः लाखों लोगों की आस्था की प्रतीक पवित्र मारकंडा नदी को स्वच्छ रखने के लिए सिरमौर प्रशासन ने मुहिम छेड़ी है. इसके तहत डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी के निर्देशों पर प्रशासन ने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों की मदद से मारकंडा नदी में विशेष रूप से सफाई अभियान की शुरुआत की है.

7 प्रदूषित नदियों में आंकी गई मारकंडा नदी

दरअसल मारकंडा नदी प्रदेश की 7 प्रदूषित नदियों में आंकी गई है. यही वजह है कि पिछले लंबे समय से इस नदी में गंदगी बढ़ती जा रही थी और इसी को ध्यान में रखते हुए इसे स्वच्छ करने का निर्णय लिया गया. रविवार को जहां एक टीम ने मारकंडा नदी के उद्गम स्थल बोहलियों से सफाई अभियान की शुरू की, तो दूसरी ओर कालाअंब से एडीसी सिरमौर प्रियंका वर्मा के नेतृत्व में यह विशेष अभियान चलाया गया.

वीडियो.

बीडीओ ने दी जानकारी

बीडीओ नाहन अनूप शर्मा ने बताया कि इस सफाई अभियान की शुरुआत मारकंडा नदी के उद्गम स्थल बोहलियों से हुई है. जिसमें स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा व हेल्थ वर्कर समेत स्थानीय लोग अपनी भागीदारी निभा रहे हैं.

अभियान का मुख्य उद्देश्य मारकंडा नदी को स्वच्छ बनाना

उन्होंने कहा कि सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य मारकंडा नदी को स्वच्छ बनाना है. उन्होंने कहा कि मारकंडा नदी जिला सिरमौर में करीब 23 किलोमीटर लंबी है. जोकि बाद में हरियाणा में प्रवेश करती है. हिमाचल की सीमा में इस नदी के साथ करीब 7 पंचायतें लगती है. सभी पंचायतों के प्रतिनिधि व स्थानीय लोग अपने-अपने क्षेत्रों में मारकंडा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए अपना सहयोग दे रहे हैं.

मारकंडा नदी से जुड़ी लाखों लोगों की आस्था

कुल मिलाकर मारकंडा नदी से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा से लोग मारकंडा नदी पर पूजा करने पहुंचते हैं. ऐसे में अब इस नदी को पूरी तरह से स्वच्छ करने का जिला प्रशासन ने बीड़ा उठाया है.

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