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खुले आसमान के नीचे जिंदगी बिताने को मजबूर है ये गरीब परिवार, प्रशासन से नहीं मिली मदद

जामनिवाला पंचायत में गेलु देवी (90) अपने बेटे राम प्रसाद (65) के साथ एक झोपड़ी में रहती हैं. चार महीने पहले तूफान में झोपड़ी की छत भी गिर गई थी. ऐसे में अब 4 महीनों से खुले आसमान के नीचे यह बुजुर्ग रह रहे हैं. वहीं, एक तिरपाल के नीचे बरसात के दिन गुजारना इनके काफी मुश्किल हो रहे हैं.

older woman house
परिवार की झोंपड़ी
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Published : Jul 18, 2020, 5:53 PM IST

पांवटा साहिब: गरीब परिवारों को घर देने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना बनाई गई है. इन योजनाओं को लेकर सरकार बड़ी-बड़ी बातें करती नजर आती है, लेकिन जिला सिरमौर में विकासखंड पांवटा साहिब कार्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जामनिवाला पंचायत में कुछ और ही देखने को मिलता है.

यहां एक गरीब परिवार सरकार की सभी योजनाओं से वंचित है. इस गरीब परिवार के पास ना तो रहने के लिए पक्का मकान और ना ही बिजली की व्यवस्था है. ऐसे में सभी मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस परिवार का गुजर बसर करना भी मुश्किल हो गया है.

वीडियो.

जामनिवाला पंचायत में गेलु देवी (90) अपने बेटे राम प्रसाद (65) के साथ एक झोपड़ी में रहती हैं. चार महीने पहले तूफान में झोपड़ी की छत भी गिर गई थी. ऐसे में अब 4 महीनों से खुले आसमान के नीचे यह बुजुर्ग रह रहे हैं. वहीं, एक तिरपाल के नीचे बरसात के दिन गुजारना इनके काफी मुश्किल हो रहे हैं.

पीड़ित राम प्रसाद ने बताया कि जामनिवाला पंचायत का प्रधान और वार्ड मेंबर उनके घर की स्थिति देखने तक नहीं पहुंचे. उन्हें केवल यही बताया जाता है कि उनकी मकान की फाइल आगे भेज दी गई है. ऐसे में इतने सालों से झोपड़ी में रह रहे गेलु देवी और उनके बेटे राम प्रसाद पर प्रशासन की नजर नहीं गई है. जिसके कारण इन्हें इस स्थिति में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.

वहीं, पूर्व प्रधान जसमेर सिंह ने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार अखबारों में हजारों घर बनाने की बातें कह रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है. स्थानीय विधायक और प्रशासन की अनदेखी और लापरवाही के कारण इस गरीब परिवार को आज तक पक्का मकान नहीं पहुंचा है.

उन्होंने जयराम सरकार से आग्रह किया है कि ऐसे गरीबों को सभी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए. वहीं, खंड विकास अधिकारी गौरव धीमान ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है. उन्होंने कहा कि इस परिवार को हर सुविधाएं पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: कोरोना के 10 केस मिलने के बाद नाहन शहर सील, DC सिरमौर ने जारी किए आदेश

पांवटा साहिब: गरीब परिवारों को घर देने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना बनाई गई है. इन योजनाओं को लेकर सरकार बड़ी-बड़ी बातें करती नजर आती है, लेकिन जिला सिरमौर में विकासखंड पांवटा साहिब कार्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जामनिवाला पंचायत में कुछ और ही देखने को मिलता है.

यहां एक गरीब परिवार सरकार की सभी योजनाओं से वंचित है. इस गरीब परिवार के पास ना तो रहने के लिए पक्का मकान और ना ही बिजली की व्यवस्था है. ऐसे में सभी मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस परिवार का गुजर बसर करना भी मुश्किल हो गया है.

वीडियो.

जामनिवाला पंचायत में गेलु देवी (90) अपने बेटे राम प्रसाद (65) के साथ एक झोपड़ी में रहती हैं. चार महीने पहले तूफान में झोपड़ी की छत भी गिर गई थी. ऐसे में अब 4 महीनों से खुले आसमान के नीचे यह बुजुर्ग रह रहे हैं. वहीं, एक तिरपाल के नीचे बरसात के दिन गुजारना इनके काफी मुश्किल हो रहे हैं.

पीड़ित राम प्रसाद ने बताया कि जामनिवाला पंचायत का प्रधान और वार्ड मेंबर उनके घर की स्थिति देखने तक नहीं पहुंचे. उन्हें केवल यही बताया जाता है कि उनकी मकान की फाइल आगे भेज दी गई है. ऐसे में इतने सालों से झोपड़ी में रह रहे गेलु देवी और उनके बेटे राम प्रसाद पर प्रशासन की नजर नहीं गई है. जिसके कारण इन्हें इस स्थिति में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.

वहीं, पूर्व प्रधान जसमेर सिंह ने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार अखबारों में हजारों घर बनाने की बातें कह रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है. स्थानीय विधायक और प्रशासन की अनदेखी और लापरवाही के कारण इस गरीब परिवार को आज तक पक्का मकान नहीं पहुंचा है.

उन्होंने जयराम सरकार से आग्रह किया है कि ऐसे गरीबों को सभी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए. वहीं, खंड विकास अधिकारी गौरव धीमान ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है. उन्होंने कहा कि इस परिवार को हर सुविधाएं पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा.

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