शिमला: आयुर्वेद विभाग में उपकरणों की खरीद में घोटाले के आरोप में प्रदेश सरकार ने तीन अधिकारी निलंबित कर दिया है. साथ ही साथ स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने मामले की जांच के भी निर्देश दिए हैं. बता दें कि जयराम सरकार ने कांगड़ा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से खरीदी गई बायोमेट्रिक मशीनों और आयुर्वेद विभाग में विभिन्न उपकरणों की खरीद में की गई धांधलियों की जांच के आदेश दे दिए हैं.
शनिवार को सचिवालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान परमार ने कहा कि बॉयोमीट्रिक मशीनों की खरीद में हुई अनियमितताओं की जांच को लेकर विशेष सचिव स्वास्थ्य निपुण जिंदल की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी है. बायोमेट्रिक मशीनों की खरीद का टेंडर पिछली सरकार के समय हुआ था. अधिकतर मशीनों की खरीद भी पिछली सरकार के समय ही हुई है. मामले में दोषी कर्मचारियों, अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा.
2017 में 66 संस्थानों में 82, 2018 में 18 व 2019 में 2 बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं. अभी तक कुल 102 मशीनें खरीदी गई हैं. पिछली सरकार के हेल्थ डायरेक्टर ने मशीन खरीद के आदेश दिए थे. अस्पतालों ने अलग-अलग रेट पर मशीनों की खरीददारी की थी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है. जांच कमेटी को 15 दिनों के अंदर तथ्यात्मक आधार पर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए गए है. जरूरी जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आयुर्वेदिक विभाग में खरीदी गई मशीनरी को लेकर खरीद कमेटी बनाई गई है. उसी कमेटी की मंजूरी के बाद ही मशीनरी की खरीद की गई है. अब जेम के माध्यम से ही मशीनों की खरीद की जाएगी.