शिमला: जयराम सरकार के एक साल के कार्यकाल से प्रदेश की जनता अधिक संतुष्ट नहीं लग रही. ऐसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर मुद्दों पर प्रदेश की जनता ने जयराम शासन पर असंतुष्टि जाहिर की है.
प्रदेश के तीन महत्वपूर्ण प्राथमिक मुद्दों जैसे रोजगार के बेहतर अवसर, कृषि के लिए जल की उलब्धता और बेहतर अस्पताल की बात करें तो इसमें प्रदेश की जनता ने जयराम सरकार को औसत से कम अंक दिए हैं. प्रदेश सरकार के प्रदर्शन को मतदाताओं ने रोजगार के बेहतर अवसर के मुद्दे पर पांच में से 2.63 अंक दिए हैं, कृषि के लिए जल की उपलब्धता में पांच में से 2.60 अंक और अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुद्दे पर पांच में से 2.63 अंक दिए हैं जोकि औसत से कम रेटिंग है. इसके अलावा अगर ग्रामीण हिमाचल में बेहतर सार्वजनिक परिवहन सुविधा की बात करें तो इसमें भी प्रदेश सरकार को 5 में से 2.39 और सड़कों की हालत पर भी 5 में से 2.75 अंक ही ग्रामीण मतदाताओं ने प्रदेश सरकार को दिए हैं. इन दोनों सुविधाओं में भी प्रदेश सरकार औसत से कम है.
वहीं, शहरी मतदाताओं की शीर्ष प्राथमिकताओं में रोजगार के बेतहर अवसर एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसमें प्रदेश सरकार को पांच में से 2.46 अंक मिले है. स्कूली शिक्षा में 2.48 और भ्रष्टाचार उन्मूलन में 2.54 अंक शहरी मतदाताओं ने प्रदेश सरकार को दिए हैं. ऐसे में शहरी के साथ-साथ ग्रामीण मतदाताओं को भी जयराम सरकार अपने एक साल के कार्यकाल में संतुष्ट नहीं कर पाई है.
दरअसल, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और आरए एक्टरिस्क कम्प्यूटिंग एंड डाटा सोंल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के अनुसार उन्होने देश में अब तक का सबसे बड़ा मतदाता सर्वेक्षण किया है .यह अखिल भारतीय सर्वेक्षण 534 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में किया गया, जिसमें विभिन्न जनसांख्यिकी के 2,73,487 मतदाताओं ने भाग लिया. यह सर्वेक्षण अक्तूबर-दिसंबर (2018) के बीच किया गया.