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जान जोखिम में डाल नदी पार करने को मजबूर सैकड़ों की आबादी, अनदेखी से ग्रामीणों में रोष - no bridge facility

उपमंडल के अति पिछड़े क्षेत्र ग्राम पंचायत कूट में विभाग व सरकार के सुस्त रवैये से यहां के ग्रामीणों को अनेकों समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. इस क्षेत्र में पिछले साल भारी बारिश के चलते पांच पुल बह गए थे, जिनका निर्माण आज तक नहीं हो पाया है. विभाग की इस लापरवाही के चलते क्षेत्र के लोगों को जान जोखिम में डालकर नदियां पार करनी पड़ती है.

जान जोखिम में डाल नदी पार करने को मजबूर ग्रामीण.
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Published : Jul 12, 2019, 9:34 PM IST

रामपुर: उपमंडल के अति पिछड़े क्षेत्र ग्राम पंचायत कूट में विभाग व सरकार के सुस्त रवैये से यहां के ग्रामीणों को अनेकों समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल की बरसात में भारी बाढ़ वजह से पांच पुल बह गए. जिसकी वजह से लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

वीडियो.

क्षेत्र के लोगों को जान जोखिम में डाल कर नदी पार करनी पड़ती है. ग्रामीणों की शिकायत है कि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कई बार विभाग व सरकार को प्रस्ताव के माध्यम से अवगत करवाते रहे हैं. बावजूद इसके क्षेत्र में विकास कार्य न के बराबर है. क्षेत्र की सड़कों की हालत खस्ता है. विभाग और सरकार क्षेत्र की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

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जान जोखिम में डाल नदी पार करने को मजबूर ग्रामीण.

ग्रामीणों ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर आगामी 14 जुलाई को ग्राम सभा में चर्चा कर ग्राम सदस्यों की सहमति से प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अवगत कराया जाएगा. इसके बाद भी कोई कार्य नहीं किया गया तो ग्राम पंचायत के सदस्यों द्वारा उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की जाएगी.

रामपुर: उपमंडल के अति पिछड़े क्षेत्र ग्राम पंचायत कूट में विभाग व सरकार के सुस्त रवैये से यहां के ग्रामीणों को अनेकों समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल की बरसात में भारी बाढ़ वजह से पांच पुल बह गए. जिसकी वजह से लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

वीडियो.

क्षेत्र के लोगों को जान जोखिम में डाल कर नदी पार करनी पड़ती है. ग्रामीणों की शिकायत है कि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कई बार विभाग व सरकार को प्रस्ताव के माध्यम से अवगत करवाते रहे हैं. बावजूद इसके क्षेत्र में विकास कार्य न के बराबर है. क्षेत्र की सड़कों की हालत खस्ता है. विभाग और सरकार क्षेत्र की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

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जान जोखिम में डाल नदी पार करने को मजबूर ग्रामीण.

ग्रामीणों ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर आगामी 14 जुलाई को ग्राम सभा में चर्चा कर ग्राम सदस्यों की सहमति से प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अवगत कराया जाएगा. इसके बाद भी कोई कार्य नहीं किया गया तो ग्राम पंचायत के सदस्यों द्वारा उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की जाएगी.

Intro:रामपुर बुशहर 12 जुलाई Body:

ग्राम पंचायत कूट 15/20 एक अति पिछड़ा क्षेत्र है। विभाग व सरकार के सुस्त रवेया के कारण यहां के ग्रामीणों को अनेकों समस्याओं से जूझना पड़ रहा है ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर ग्राम पंचायत कूट ने समय रहते हुए समय -समय पर विभाग व सरकार को प्रस्ताव के माध्यम से अवगत करवाते रहे । उस के बावजूद भी यहां पर कोई कार्य नहीं हो रहा है । पिछले वर्ष 17 अगस्त को बरसात में भारी बाढ़ के कारण पांच पुल बह गए और चार महीने से सड़क न होने के कारण यातायात व्यवस्था ठप पड़ी गई थी
जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
कूट से कुथरु के बिच मावचा ढांक में चार महीने से स्लाइड होता रहा लोक निर्माण विभाग बरसात खत्म होने पर ही सड़क को सुचारू रुप से खोला गया । उसी समय विभाग को लिखित रूप से उक्त सड़क को वर्ष 2019 के बरसात तक कमियों को सुधारने हेतु ग्रामीणों ने पंचायत के माध्यम से निवेदन की थी। परन्तु विभाग ने इन समस्याओं को दरकिनारे कर दिया। इतना ही नहीं पिछले साल बाढ के कारण कूट गांव के लोगों के जमीनो को काफी नुकसान पहुंचा इस विषय के बारे में भी प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा गया परन्तु एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई टीम मौके पर नहीं पहुंचे सिवाय पटवारी के । इस वर्ष बरसात शुरू होते ही प्रधानमंत्री सड़क योजना कयाव ,कूट ,किनफी सड़क की हालत इतनी दयनीय स्थिति में है कि लोगों को सड़क में गड्ढे को बरना तथा सड़क में पत्थरो को हटाने का काम स्वयं करना पड़ता है। अभी बरसात शुरू होते ही ग्रामीणों की उपजाऊ जमीनों को पानी द्वारा काटना शुरू हुआ है अगर समय रहते हुए उक्त जमीनो को नहीं बचाया गया तो ग्रामीणों के जमीन के साथ-साथ 7या 8 लोगों के मकान ईतियादि खंड के स्लाइड की चपेट में आ सकतें हैं। प्रधान कुट विजय , वाई प्रधान मोहा सिंह नेगी, अनिल, सेवा भगती, लीला देवी, बेद प्रकाश, जयप्रकाश, काशी राम, यशपाल, कहान चंद, कृष्णा, प्रधान महिलामंडल गुरूदेव आदि का कहना है कि यदि लोगों को सड़क मेटलिक, सड़क दुरूस्त, खड्ड के बाह से ग्रामीणों की उपजाऊ भूमि सुरक्षित करने बारे, सभी विभागों के रिक्त पदों को भरने बारे, मावचा ढांक को सड़क में आने से रोकने बारे, प्रधानमंत्री सड़क योजना कटोलू ब्रीज से सुरू गांव के लोगों को सड़क सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभाग तुरंत टेंडर लगाया जाए, सभी उक्त समस्याओं को 14 जुलाई को ग्राम सभा में चर्चा कर ग्राम सदस्यों की सहमति प्रस्ताव पारित कर माननीय मुख्यमंत्री को ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर अवगत कराया जाएगा उसके उपरांत भी कोई कार्य नहीं किया गया तो ग्राम पंचायत के सदस्यों द्बारा उच्च न्यायालय के दरबार में एक याचिका दायर कर दिया जाएगा।



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