शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के जन्मदिन के लंच के दौरान कांग्रेस में गुटबाजी फिर से उजागर हुई है. इस दौरान कई नेताओं ने इससे दूरी बनाए रखी. हालांकि पार्टी अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने पार्टी में कोई गतिरोध नहीं होने और नेताओं के एकजुट होने की बात कही है.
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर आयोजित किए गए भोज में कांग्रेस के लगभग सभी नेता शामिल हुए सिवाए सुक्खू खेमे के. इस पार्टी से नदारद रहे कांग्रेस के बड़े नेताओं ये तो साफ कर दिया है कि हिमाचल कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा.
पीसीसी चीफ राठौर ने इसे वीरभद्र सिंह के जन्मदिन का जश्न बताया और कहा कि इसमें राजनीति की कोई बात नहीं है. जश्न को जश्न की तरह समझें. पार्टी के नेता अपना जन्मदिन मना सकते हैं. पार्टी में किसी तरह का कोई गतिरोध नहीं है और प्रदेश में कांग्रेस पार्टी एकजुट है.
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राठौर ने कहा कि वीरभद्र सिंह बहुत वरिष्ठ नेता हैं और उनका आशीर्वाद पार्टी और उनके साथ हमेशा रहा है. उनके अनुभवों से पार्टी को आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिलती है और अपने जन्मदिन पर वे कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर पाए थे और इसलिए लंच का आयोजन किया गया, जिसमें सभी वरिष्ठ नेता पहुंचे.
उन्होंने कहा कि इस पार्टी में सभी नेताओं के साथ बीजेपी सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर भी चर्ची की गई है. कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी सरकार की नाकामियों को सड़कों पर उतर कर उजागर करने की हर संभव कोशिश की है और आगामी समय में भी बड़े स्कैम को उजागर किया जाएगा.
बता दें इस से पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कौल सिंह के घर पर लंच का आयोजन किया गया था, जिसमें कई नेता शामिल हुए थे और अब जब वीरभद्र सिंह की ओर से लंच का आयोजन किया गया उसमें कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने दूरी बनाई रखी. इसे पार्टी के अंदर चल रही खींचतान के रूप में देखा जा रहा है.
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