नई दिल्ली: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार यानी 3 जनवरी को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच सिडनी में भारतीय समयानुसार सुबह 5 बजे से खेला जाने वाला है. यह मैच में पिंक टेस्ट होने वाला है. तो आज हम आपको बताएंगे कि पिंक टेस्ट क्यों और कब खेला जाता है.
क्या है पिंक टेस्ट?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम कैंसर को मात देने और इस घातक बीमारी के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए पिक टेस्ट खेलती है. कंगारू टीम नई साल का पहला टेस्ट मैच पिंक टेस्ट खेलती है. ये टेस्ट मैच रेड बॉल से ही खेला जाता है लेकिन इस मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम पिंक कलर के लोगो वाली ड्रेस पहनकर मैदान पर उतरती है. इसके साथ ही टीम पिंक कैप लगाकर मैदान पर नजर आती है. ऑस्ट्रेलिया साल 2009 से पिंक टेस्ट खेल रही है.
Test cricket, hey.
— Sydney Cricket Ground (@scg) December 30, 2024
See you at the SCG 🏆 pic.twitter.com/KWo7ZiWsWU
आपको बता दें कि पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा की दिवंगत पत्नी की याद में पिंक टेस्ट खेला जाता है. क्रिकेटर की पत्नी जेन ने ब्रेस्ट कैंसर के चलते साल 2008 में दुनिया को कैंसर की घातक बीमारी के चलते अलविदा कह दिया था. इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी की याद में मैक्ग्रा फाउंडेशन की स्थापना की, जो ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों और उनके परिवारों की मदद करता है.
Glenn McGrath with the Australian team ahead of the Pink Test. 🩷 pic.twitter.com/bylwrhoXbs
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 1, 2025
इस फाउंडेशन का उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. इस मैच में टिकट का पैसा चैरिटी के लिए में इस फाउंडेशन को दिया जाता है. इसके साथ ही इस दिन मैदान पर गुलाबी रंग नजर आता है. दर्शक मैच के दौरान गुलाबी जर्सी और कैप में मैदान पर नजर आते हैं.
पिंक टेस्ट का ऐलान ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में अपने सोशल मीडिया पर मैक्ग्रा के साथ टीम की तस्वीर शेयर किया है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 4 मैच के बाद टीम इंडिया 2-1 से पीछे हैं. अब उसके पास सिडनी में होने वाले मैच को जीतकर सीरीज बराबर करने का मौका होगा.
TWO ICONS OF AUSTRALIAN CRICKET 🙇
— Johns. (@CricCrazyJohns) January 1, 2025
- Pat Cummins with Glenn McGrath...!!! pic.twitter.com/wrgNugiTT6
इस समय टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी निराशाजनक है. टीम के लिए रोहित शर्मा, विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसे अनुभवी खिलाड़ी बल्ले के साथ रन नहीं बना पा रहे हैं, जिसका खामियाजा पूरी टीम को उठाना पड़ रहा है.