शिमला: प्रदेश में किसानों की हो रही दुर्दशा को लेकर किसान संयुक्त किसान मंच ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में सोमवार को राजधानी में सयुंक्त किसान मंच की एक बैठक का आयोजन किया. बैठक में निर्णय लिया कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार की नीतियों से किसान परेशान है और वह घाटे में जा रहा है.
हिमाचल में किसान सभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर ने कहा कि सरकार की ओर से किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया जा रहा है. सिरमौर में अदरक है लहसुन, टमाटर, फूल गोभी पर न्यूनतम समर्थन मूल्य नही दिया जा रहा है. जिससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है. उन्होंने कहा कि बर्फबारी, ओले से सेब की फसल बर्बाद हुई है.
एचपीएमसी किसानों से 9:50 प्रति किलो के हिसाब से सेब खरीद रहा है जो कि बहुत कम है. ऊपर से किसानों को समय पर यह दाम नहीं मिलते है, जिससे किसान परेशान हैं. तंवर ने कहा कि मार्च में विभिन्न किसान संगठन को मिला कर एक सयुंक्त किसान मंच बनाया था. लेकिन, अब किसानों को यह लगने लगा है कि बिना आंदोलन के उन्हें उनका हक नहीं मिलेगा. जम्मू व उत्तराखंड की तरह हिमाचल सरकार किसानों के मुद्दे और हस्तक्षेप नहीं कर रही है.
किसान नेता राकेश टिकैत के शिमला आने पर कुलदीप तंवर ने कहा कि वह जनता से किसानों की बात करना चाहते थे. लेकिन, उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया. तंवर ने कहा कि सेब पर भी सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दे रही है. जिसकी वजह से वर्तमान में सेब के दाम लगातार गिर रहे हैं. फसल के वाजिब दाम नहीं मिलने से किसानों की लागत नहीं निकल पा रही है. सेब के भाव अगर इसी तरह गिरावट रही तो संयुक्त किसान मंच आने वाले दिनों में सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी.
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