रामपुरः शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के ननखडी क्षेत्र में सड़क को पक्का करने के कार्य में लगे मजबूरों की सुरक्षा व्यवस्था की खबर इटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाई थी. जिसे देखते हुए श्रम अधिकारी ने विभाग के ठेकेदार व संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है.
श्रम अधिकारी श्रम अधिकारी मुकेश ने बताया कि यदि मजबूर की सुरक्षा व्यवस्थाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है तो उन पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि इस सबंध में ठेकेदार से सभी दस्तावेजों की जांच की जाएगी, जिसके लिए ठेकेदार को श्रम कार्यालय में मौजूद होने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग को भी इस बारे में नोटिस जारी किया जा रहा है.
ये है पूरा मामला
शिमला जिले के रामपुर उपमंडल ननखडी में सड़क को पक्का करने का कार्य चल रहा है. सड़क को पक्का करने के कार्य में लगे मजदूर अनदेखी का शिकार हो रहे हैं. गर्मी के मौसम में मजदूरों के पास किसी भी प्रकार की कोई आपातकालीन किट नहीं हैं.
मजदूर ऐसे में मेडिकल कीट व अन्य सुविधा के लिए तरस रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि सड़क को पक्का करने का कार्य 20 दिनों से चल रहा है, लेकिन उन्हें अभी तक किसी भी प्रकार की सेफ्टी किट व मेडिकल किट नहीं दी गई है.
इतना ही नहीं, उनके लिए भी कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. मजदूरों के मुंह-हाथ को ढकने के लिए भी किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है. तारकोल से निकलने वाला धुआं सीधे उनके मुंह में जा रहा है, उनके पास मुंह को ढकने के लिए बिटवीन मास की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में मजदूरों को बीमारी लगने का भी खतरा बना हुआ है.
उनका कहना है कि सिर ढकने के लिए भी किसी भी प्रकार का कोई प्रावधान नहीं है. आए दिन गर्मी जोरों पर पड़ रही है. सुरक्षा के नाम पर उन्हें किसी भी प्रकार का कोई सामान नहीं दिया गया है. ऐसे में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि मजदूरों को सेफ्टी किट व मेडिकल किट का सामना क्यो नहीं दिया जाता है. आखिर इनका पैसा कहां गबन किया जा रहा है.
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