नई दिल्ली: भारत से टीबी रोग (Tuberculosis) को खत्म करने की पहल केंद्र सरकार कर रही है. इसके लिए भारत सरकार ने 100 दिवसीय सघन अभियान शुरू किया है. 7 दिसंबर, 2024 को भारत से टीबी उन्मूलन की प्रतिबद्धता के साथ शुरू हुआ. गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) को जेलों और सुधार गृहों में यह अभियान चलाने को कहा है.
जेलों में टीबी को नियंत्रित करना चुनौतीः गृह मंत्रालय ने कहा कि जेलों में टीबी सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय है. क्योंकि जेल में बंद सेटिंग और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में टीबी संक्रमण का जोखिम ज्यादा रहता है. कैदियों के बीच बीमारी के फैलने की आशंका ज्यादा होती है. रिहाई के बाद भी संक्रमित कैदी के कारण सार्वजनिक स्थल पर इसके फैलने की आशंका होती है.
जेल में कब लगेगा कैंपः भारत सरकार ने हाल ही में टीबी उन्मूलन पर 100 दिवसीय गहन अभियान शुरू किया है. 7 दिसंबर, 2024 को शुरू हुआ. गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 3 फरवरी से 15 फरवरी की अवधि के दौरान राज्य स्वास्थ्य विभाग, राज्य टीबी अधिकारियों और जिला टीबी अधिकारियों के परामर्श से सभी जेलों में स्क्रीनिंग कैंप आयोजित करने का सुझाव दिया है.
जागरूकता के निर्देशः गृह मंत्रालय के निदेशक (जेल सुधार) अरुण सोबती द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है, "सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अनुरोध है कि वे जेल अधिकारियों के साथ मिलकर जेल के कैदियों और जेल अधिकारियों की व्यापक जांच के लिए सक्रिय कदम उठाएं और जेलों में टीबी के बारे में जागरूकता पैदा करें, जिससे टीबी के उन्मूलन में योगदान मिल सके.
क्या लिखा है पत्र मेंः "सभी जेल कार्यालयों और संगठनों में सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) सामग्री का प्रदर्शन, जेलों और सुधार संस्थानों के कर्मचारियों में तपेदिक के बारे में जागरूकता पैदा करना. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अनुरोध है कि वे जेलों में स्क्रीनिंग कैंप आयोजित करने और जेलों के अंदर प्रदर्शन के लिए आईईसी सामग्री प्राप्त करने के लिए जिला टीबी अधिकारियों से संपर्क करें."
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