बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर एयर शो 2025 का आयोजन हो रहा है. इसमें वायु सेना हैरतअंगेज कौशल का प्रदर्शन करेगी. जानकारी के मुताबिक यह एयर शो 14 फरवरी तक जारी रहेगा.
ताजा जानकारी के मुताबिक उद्घाटन करते हुए उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक इस यात्रा में अग्रणी रहा है, जिसने नवाचार का नेतृत्व किया है और वैश्विक भागीदारी को आकर्षित किया है. बेंगलुरु देश की एयरोस्पेस राजधानी है, जो एयरोस्पेस विनिर्माण और रक्षा अनुसंधान में लगभग 60 फीसदी योगदान देता है. बेंगलुरु दुनिया का एकमात्र ऐसा शहर है, जहां वाणिज्यिक और रक्षा दोनों हवाई अड्डे एक ही शहर से संचालित होते हैं. भारतीय एयरोस्पेस विभिन्न देशों के साथ साझेदारी के माध्यम से मजबूत हो रहा है.
#WATCH | Aero India 2025 | Bengaluru, Karnataka | Deputy CM DK Shivakumar says, " ... karnataka has been at the forefront of this journey leading innovation and attracting global partnership. bengaluru is the aerospace capital of the country, contributing to nearly 60% of… pic.twitter.com/Tla37d8xKV
— ANI (@ANI) February 10, 2025
वहीं, इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में महाकुंभ चल रहा है. एयरो इंडिया के रूप में एक और महाकुंभ शुरू हो गया है. प्रयागराज का महाकुंभ आत्ममंथन के लिए है और एयरो इंडिया का महाकुंभ शोध के लिए है. प्रयागराज का महाकुंभ आंतरिक एकता पर केंद्रित है और एयरो इंडिया का महाकुंभ बाह्य सुरक्षा पर केंद्रित है. प्रयागराज का महाकुंभ भारत की संस्कृति को प्रदर्शित करता है और एयरो इंडिया का महाकुंभ भारत की ताकत को प्रदर्शित करता है. एक तरफ परंपरा और आध्यात्म का महाकुंभ है, तो दूसरी तरफ शौर्य का महाकुंभ है. यह पीएम मोदी के 'विकास भी, विरासत भी' के नारे को साकार करता है. यह केवल भारत में ही संभव है.
#WATCH | Aero India 2025 | Bengaluru, Karnataka | Defence Minister Rajnath Singh says, " the maha kumbh is underway in india... another maha kumbh has started in the form of aero india. prayagraj's maha kumbh is for introspection and aero india's maha kumbh is for research.… pic.twitter.com/pfc26nLNtb
— ANI (@ANI) February 10, 2025
बता दें, 'द रनवे टू ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज' थीम पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग और व्यावसायिक साझेदारी को बढ़ावा देते हुए एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती क्षमताओं को उजागर करना है.
#WATCH | Bengaluru, Karnataka | Defence Minister Rajnath Singh attends the Aero India 2025 being held at Yelahanka Air Force Station.
— ANI (@ANI) February 10, 2025
Aero India 2025 is scheduled to be held from February 10 to 14. Aero India 2025 is the 15th edition of Asia's top aerospace exhibition. pic.twitter.com/mbeG3jKZVj
इस एयर शो में दुनिया भर की टॉप डिफेंस कंपनियां, एयरोस्पेस निर्माताओं और प्रौद्योगिकी सहित 700 से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहे हैं. इसमें हाई प्रोफाइल सरकारी प्रतिनिधिमंडल, रक्षा मंत्री और उद्योग के नेता भी शामिल हुए. पहले तीन दिन विशेष रूप से कमर्शियल विजिटर होंगे. इसमें रक्षा सौदों, निवेश और सहयोग पर चर्चा की जाएगी. अंतिम दो दिन आम जनता के लिए खुले रहेंगे, जिसमें रोमांचकारी हवाई प्रदर्शन और विमानन में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी होगी.
#WATCH | Bengaluru: Aero India 2025 underway at Yelahanka Air Force Station.
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Scheduled to be held from February 10 to 14, Aero India 2025 is the 15th edition of Asia's top aerospace exhibition. pic.twitter.com/5ggwSy3JSz
इस साल के एयरो इंडिया का एक मुख्य आकर्षण रूसी एसयू-67 (Su-57) का पदार्पण होगा. ये पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है और पहली बार अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरेगा. अमेरिकी एयर फोर्स दो एफ-16 (F-16) और दो एफ-35 (F-35) का प्रदर्शन करेगी. ये पहली बार दोनों प्रतिद्वंद्वी पांचवीं पीढ़ी के जेट विमानों को एक साथ अंतरराष्ट्रीय सेटिंग में पेश किया जाएगा.
#WATCH | Bengaluru, Karnataka | Deputy CM DK Shivakumar attends the Aero India 2025 being held at Yelahanka Air Force Station.
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Aero India 2025 is scheduled to be held from February 10 to 14 and is the 15th edition of Asia's top aerospace exhibition. pic.twitter.com/eQ6Oxcm8nv
इसके अतिरिक्त, ब्राजीलियाई एयरोस्पेस दिग्गज एम्ब्रेयर केसी-390 (KC-390) मिलेनियम का प्रदर्शन करेगा, जो भारत के मध्यम परिवहन विमान निविदा के लिए एक मजबूत दावेदार है. बोइंग, डसॉल्ट और लॉकहीड मार्टिन जैसे उद्योग के नेता भी भाग लेंगे. एयरो इंडिया 2025 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत भारत के स्वदेशी रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा. रक्षा मंत्रालय का लक्ष्य भारतीय फर्मों के साथ संयुक्त उद्यमों में विदेशी निवेश को आकर्षित करना है, जिससे रक्षा उत्पादन में देश की आत्मनिर्भरता मजबूत होगी.
एचएएल के प्रशिक्षण विमान एचजेटी-36 का नाम अब 'यशस' रखा गया
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने सोमवार को कहा कि उसके प्रमुख प्रशिक्षण विमान, ‘हिंदुस्तान जेट ट्रेनर’ (एचजेटी-36) में कई तकनीकी बदलाव करने के बाद इसका नाम अब 'यशस' रखा गया है. रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार ने यहां जारी ‘एयरो इंडिया 2025’ में एचएएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (CMD) डी.के सुनील और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में नए नाम का अनावरण किया.
HAL LUH showcases great manoeuvers pic.twitter.com/tOADESiFzx
— News IADN (@NewsIADN) February 10, 2025
सुनील ने बताया कि विमान के प्रशिक्षण मंच पर बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं, जिससे इसकी क्षमताओं में काफी सुधार हुआ है और इसलिए प्रशिक्षण प्रणाली के रूप में विमान की निरंतर प्रासंगिकता के अनुरूप एक नया नाम दिया गया है.
उन्होंने बताया कि एचजेटी-36 का नाम ‘यशस’ रखा गया है.एचएएल के मुताबिक, विमान को हाल ही में अत्याधुनिक ‘एवियोनिक्स’ (इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम) और अत्याधुनिक कॉकपिट के साथ उन्नत किया गया है. कंपनी ने बताया कि इससे प्रशिक्षण की प्रभावशीलता और परिचालन दक्षता में वृद्धि होगी.