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राठौर के राजनीतिक सलाहकार की पूर्वअध्यक्षों को सलाह, पार्टी संविधान पढ़ने के बाद करें बयानबाजी

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Published : Jul 2, 2020, 10:36 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के राजनीतिक सलाहकार हरीकृष्ण हिमराल ने पूर्व अध्यक्षों को संविधान पढ़ने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान में प्रदेशाध्यक्ष को पूरा अधिकार है कि वह किसी भी पदाधिकारी को अनुशासनहीनता के लिए नोटिस जारी कर सकता है.

harikrishan Himral on Koul singh
harikrishan Himral on Koul singh

शिमलाः हिमाचल कांग्रेस इन दिनों पार्टी के अंदर की कलह से जूझ रही है. पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्षों के बीच रार जारी है. मंडी में एक दर्जन कांग्रेस के नेताओं को शो कॉज नोटिस जारी करने पर जहां पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और कौल सिंह ने सवाल खड़े किए थे और इसे कांग्रेस संविधान के विपरीत करार दिया था.

वहीं, अब कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के राजनीतिक सलाहकार हरीकृष्ण हिमराल ने पूर्व अध्यक्षों को संविधान पढ़ने की सलाह दी है. कांग्रेस संविधान में प्रदेशाध्यक्ष को पूरा अधिकार है कि वह किसी भी पदाधिकारी को अनुशासनहीनता के लिए नोटिस जारी कर सकता है.

हिमराल ने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता करने वालों से नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है. जवाब आने के बाद आगली कार्रवाई की जाएगी. हिमराल ने कहा कि सुक्खू का यह कहना कि प्रदेशाध्यक्ष को नोटिस देने का कोई अधिकार ही नहीं है. यह तर्कहीन बात है. वह खुद पहले अध्यक्ष पद पर रहे चुके हैं, ऐसे में इस प्रकार का बयान पार्टी संविधान का अपमान है.

हिमराल ने सवाल करते हुए कहा कि सुक्खू ने अपने कार्यकाल के दौरान 180 पदाधिकारियों को संविधान के नियमों का पालन नहीं करते हुए निष्कासित किया था. ऐसे में क्या उन्हें निष्कासित करने से पहले नोटिस जारी नहीं किए गए.

इस कारण ही कुलदीप राठौर के अध्यक्ष बनते ही इन सभी निष्कासित पदाधिकारियों की वापसी हुई. हिमराल ने कहा कि बीते दिनों पार्टी की अनुशासन कमेटी की ओर से जारी किए गए नोटिस संविधान का पालन करते हुए दिए गए हैं.

बता दें कि मंडी जिला के 12 नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के खिलाफ सोनिया गांधी को पत्र लिखा था जोकि मीडिया में वायरल हो गया था. इसके बाद हिमाचल कांग्रेस की ओर से इन 12 नेताओं को नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब तलब किया गया है.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में 1000 के पार हुआ कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा, सेना और पुलिस भी प्रभावित

ये भी पढ़ें- हिमाचल में 100 फीसदी यात्रियों के साथ चलेंगी बसें, विभाग ने जारी की अधिसूचना

शिमलाः हिमाचल कांग्रेस इन दिनों पार्टी के अंदर की कलह से जूझ रही है. पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्षों के बीच रार जारी है. मंडी में एक दर्जन कांग्रेस के नेताओं को शो कॉज नोटिस जारी करने पर जहां पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और कौल सिंह ने सवाल खड़े किए थे और इसे कांग्रेस संविधान के विपरीत करार दिया था.

वहीं, अब कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के राजनीतिक सलाहकार हरीकृष्ण हिमराल ने पूर्व अध्यक्षों को संविधान पढ़ने की सलाह दी है. कांग्रेस संविधान में प्रदेशाध्यक्ष को पूरा अधिकार है कि वह किसी भी पदाधिकारी को अनुशासनहीनता के लिए नोटिस जारी कर सकता है.

हिमराल ने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता करने वालों से नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है. जवाब आने के बाद आगली कार्रवाई की जाएगी. हिमराल ने कहा कि सुक्खू का यह कहना कि प्रदेशाध्यक्ष को नोटिस देने का कोई अधिकार ही नहीं है. यह तर्कहीन बात है. वह खुद पहले अध्यक्ष पद पर रहे चुके हैं, ऐसे में इस प्रकार का बयान पार्टी संविधान का अपमान है.

हिमराल ने सवाल करते हुए कहा कि सुक्खू ने अपने कार्यकाल के दौरान 180 पदाधिकारियों को संविधान के नियमों का पालन नहीं करते हुए निष्कासित किया था. ऐसे में क्या उन्हें निष्कासित करने से पहले नोटिस जारी नहीं किए गए.

इस कारण ही कुलदीप राठौर के अध्यक्ष बनते ही इन सभी निष्कासित पदाधिकारियों की वापसी हुई. हिमराल ने कहा कि बीते दिनों पार्टी की अनुशासन कमेटी की ओर से जारी किए गए नोटिस संविधान का पालन करते हुए दिए गए हैं.

बता दें कि मंडी जिला के 12 नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के खिलाफ सोनिया गांधी को पत्र लिखा था जोकि मीडिया में वायरल हो गया था. इसके बाद हिमाचल कांग्रेस की ओर से इन 12 नेताओं को नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब तलब किया गया है.

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