शिमलाः जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ने साल 2014 से अब तक जेबीटी की सभी प्रकार की भर्तियों में चयनित ईटीटी और स्पेशल एजुकेटर की भर्ती में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं. संघ का कहना है कि साल 2014 से लेकर अब तक ईटीटी, स्पेशल एजुकेटर और अन्य डिप्लोमा धारक के दस्तावेज में कई खामियां हैं.
आरटीआई का हवाला
बेरोजगार संघ ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर सरकार से मिले आरटीआई के जवाब के मुताबिक साल 2003 से साल 2007 तक का ईटीटी का रिकॉर्ड सीबीआई ने जब्त किया हुआ है. संघ ने दावा किया कि ज्यादातर दस्तावेजों में एक वर्ष में जारी की गई मार्कशीट में अलग-अलग तिथियां पाई गई हैं. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के जिन कॉलेज से इन विद्यार्थियों ने डिप्लोमा लिया है, वह कॉलेज सीबीआई की ओर से सील किए गए हैं.
संघ के लगाए ये आरोप
जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षण बेरोजगार संघ ने आरोप लगाए हैं कि जिन लोगों को नौकरी दी गई है, उनमें प्रथम और द्वितीय वर्ष की अंक सूची एक ही साल में पूरी हो गई है, ज्यादातर मार्कशीट में एडिटिंग की गई है. अंक सूची का फॉर्मेट भी अलग-अलग है. उन्होंने आरोप लगाया कि एक वर्ष में एक सत्र की जारी की गई अंक सूची में अलग-अलग सचिव के हस्ताक्षर हैं.
विजिलेंस से जांच की मांग
जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ने राज्य विजिलेंस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को इस संबंध में तफ्तीश करने की मांग के लिए पत्र लिखा है. इस पत्र की प्रति हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल, शिक्षा सचिव और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को भी प्रेषित की गई है.
ये भी पढ़ें: Man Vs Wild: घर में घुसे बागी तेंदुए ने किया हमला, युवक ने बाथरुम में किया बंद