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हिमाचल प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस पर आज नहीं होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड को भी स्केल डाउन किया, राजभवन का एट होम भी रद्द - मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की बैठक

राजधानी शिमला के समरहिल में शिव मंदिर में हुए हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. हिमाचल में आपदा को देखते हुए प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया है कि आज होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे. यही नहीं इसके चलते राजभवन में होने वाले एट होम को भी रद्द किया गया है. पढ़ें पूरी खबर... (himachal monsoon Disaste)

CM Sukhvinder Singh Sukhu reviewed meeting
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की राहत और पुर्नवास कार्यों की समीक्षा बैठक
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Published : Aug 14, 2023, 9:04 PM IST

Updated : Aug 15, 2023, 6:22 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में आज 15 अगस्त को सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे. प्रदेश सरकार ने त्रासदी को देखते हुए यह फैसला लिया है. दरअसल, प्रदेश में अबकी बार भारी आपदा आई है, जिसमें कई लोगों की जानें गई हैं, ऐसे में सरकार ने इन कार्यक्रमों को रद्द करने का फैसला लिया है. यही नहीं इसके चलते राजभवन में होने वाले एटहोम को भी रद्द किया गया है. प्रदेश में आज होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह इस बार सादगी से मनाया जाएगा. स्वतंत्रता दिवस समारोह में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम इस बार नहीं होंगे. प्रदेश में आई आपदा को देखते हुए सरकार ने इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द करने का फैसला लिया है. आज होने वाले जिला और राज्य स्तरीय समारोह में किसी भी तरह के कार्यक्रम नहीं होंगे. इनमें सिर्फ मुख्य अतिथि झंडा फहराएंगे.

एक दिन में 50 से ज्यादा लोगों की मौत, 13 लापता: मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे. दरअसल, मुख्यमंत्री ने सोमवार को जिलों के उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों के साथ राहत और पुर्नवास कार्यों की समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो दिन से हो रही भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के इतिहास में एक दिन में सबसे अधिक 50 से ज्यादा लोगों की बहुमूल्य जान गई है, जबकि 13 लोग अभी भी लापता हैं. भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए शिमला में बुलाई गई एक आपात बैठक में उन्होंने कहा कि इस भीषण त्रासदी के दृष्टिगत इस बार स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा. कार्यक्रम में सिर्फ ध्वजारोहण, परेड और मुख्य अतिथि का संबोधन ही होगा. उन्होंने निर्देश दिए कि परेड में स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ के जवान शामिल नहीं होंगे. वह बचाव कार्यों में ही शामिल होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश से लोगों को हो रही परेशानियों को दूर करना सरकार की पहली प्राथमिकता है और परेड को भी स्केल डाउन किया जा रहा है.

नालागढ़ से एनडीआरएफ की टुकड़ी शिमला पहुंची: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपदा के लिए अधिक से अधिक संख्या में जवान राहत और बचाव कार्यों में तैनात किए जाएंगे और लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि नालागढ़ से एनडीआरएफ की टुकड़ी शिमला पहुंच गई है जो कि शिमला में बचाव कार्य कर रही है. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में लगभग 1200 सड़कें प्रभावित हुई हैं, जिन्हें बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 600 सड़कों को मंगलवार (आज) शाम तक खोल दिया जाएगा और 300 सड़कों को आज बहाल कर दिया जाएगा. उन्होंने इस बारिश के कारण जिला सोलन, शिमला, मंडी और हमीरपुर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. उन्होंने अधिकारियों को प्रभावितों की हर संभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए.

शिमला हर में खतरनाक पेड़ों की तलब की रिपोर्ट: मुख्यमंत्री ने शिमला शहर में बंद सड़कों को जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिए और कहा कि गिरे हुए पेड़ों को तुरंत हटा कर सड़कों को बहाल किया जाए. खतरनाक हो चुके पेड़ों को चिन्हित कर सुबह तक उसकी रिपोर्ट उन्हें प्रदान करने के निर्देश दिये. उन्होंने प्रभावित पेयजल योजनाओं को जल्द से जल्द बहाल कर लोगों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए.मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में बहुत से स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसका संबंधित विभाग को अध्ययन करना चाहिए, ताकि इनके कारणों के बारे में पता चल सके. उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों से विद्युत, जलापूर्ति योजनाओं और सड़कों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए ताकि लोगों की परेशानियों को कम किया जा सके.

ये भी पढ़ें- Shimla landslide: शिमला के शिव मंदिर पर लैंडस्लाइड, 30 लोगों के दबे होने की आशंका, 7 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

शिमला: हिमाचल प्रदेश में आज 15 अगस्त को सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे. प्रदेश सरकार ने त्रासदी को देखते हुए यह फैसला लिया है. दरअसल, प्रदेश में अबकी बार भारी आपदा आई है, जिसमें कई लोगों की जानें गई हैं, ऐसे में सरकार ने इन कार्यक्रमों को रद्द करने का फैसला लिया है. यही नहीं इसके चलते राजभवन में होने वाले एटहोम को भी रद्द किया गया है. प्रदेश में आज होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह इस बार सादगी से मनाया जाएगा. स्वतंत्रता दिवस समारोह में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम इस बार नहीं होंगे. प्रदेश में आई आपदा को देखते हुए सरकार ने इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द करने का फैसला लिया है. आज होने वाले जिला और राज्य स्तरीय समारोह में किसी भी तरह के कार्यक्रम नहीं होंगे. इनमें सिर्फ मुख्य अतिथि झंडा फहराएंगे.

एक दिन में 50 से ज्यादा लोगों की मौत, 13 लापता: मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे. दरअसल, मुख्यमंत्री ने सोमवार को जिलों के उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों के साथ राहत और पुर्नवास कार्यों की समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो दिन से हो रही भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के इतिहास में एक दिन में सबसे अधिक 50 से ज्यादा लोगों की बहुमूल्य जान गई है, जबकि 13 लोग अभी भी लापता हैं. भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए शिमला में बुलाई गई एक आपात बैठक में उन्होंने कहा कि इस भीषण त्रासदी के दृष्टिगत इस बार स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा. कार्यक्रम में सिर्फ ध्वजारोहण, परेड और मुख्य अतिथि का संबोधन ही होगा. उन्होंने निर्देश दिए कि परेड में स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ के जवान शामिल नहीं होंगे. वह बचाव कार्यों में ही शामिल होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश से लोगों को हो रही परेशानियों को दूर करना सरकार की पहली प्राथमिकता है और परेड को भी स्केल डाउन किया जा रहा है.

नालागढ़ से एनडीआरएफ की टुकड़ी शिमला पहुंची: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपदा के लिए अधिक से अधिक संख्या में जवान राहत और बचाव कार्यों में तैनात किए जाएंगे और लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि नालागढ़ से एनडीआरएफ की टुकड़ी शिमला पहुंच गई है जो कि शिमला में बचाव कार्य कर रही है. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में लगभग 1200 सड़कें प्रभावित हुई हैं, जिन्हें बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 600 सड़कों को मंगलवार (आज) शाम तक खोल दिया जाएगा और 300 सड़कों को आज बहाल कर दिया जाएगा. उन्होंने इस बारिश के कारण जिला सोलन, शिमला, मंडी और हमीरपुर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. उन्होंने अधिकारियों को प्रभावितों की हर संभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए.

शिमला हर में खतरनाक पेड़ों की तलब की रिपोर्ट: मुख्यमंत्री ने शिमला शहर में बंद सड़कों को जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिए और कहा कि गिरे हुए पेड़ों को तुरंत हटा कर सड़कों को बहाल किया जाए. खतरनाक हो चुके पेड़ों को चिन्हित कर सुबह तक उसकी रिपोर्ट उन्हें प्रदान करने के निर्देश दिये. उन्होंने प्रभावित पेयजल योजनाओं को जल्द से जल्द बहाल कर लोगों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए.मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में बहुत से स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसका संबंधित विभाग को अध्ययन करना चाहिए, ताकि इनके कारणों के बारे में पता चल सके. उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों से विद्युत, जलापूर्ति योजनाओं और सड़कों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए ताकि लोगों की परेशानियों को कम किया जा सके.

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Last Updated : Aug 15, 2023, 6:22 AM IST
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