शिमला: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2022 को बजट पेश कर दिया है. एक ओर भाजपा ने इस बजट को जनहित वाला बजट करार दिया है, वहीं कांग्रेस इस बजट को दिशाहीन और हिमाचल की अनदेखी वाला बता रही है. शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह (Congress MLA from Shimla Rural Vikramaditya Singh) ने कहा कि प्रदेश के डबल इंजन की सरकार दावा करते भाजपा के मुख्यमंत्री और बड़े नेता करते नहीं थकते, लेकिन बजट में हिमाचल की अनदेखी हर बार की जाती है.
हिमाचल प्रदेश में रेल विस्तार (Rail extension in Himachal Pradesh), एयरपोर्ट विस्तार को लेकर बजट मिलने और सेब आयात शुल्क बढ़ाने की उम्मीद थी, लेकिन बजट में कुछ नहीं मिला. मंडी में सीएम के ड्रीम एयरपोर्ट प्रोजक्ट (CM Dream Airport Project) को लेकर भी कुछ नहीं मिला, जोकि चिंता का विषय है. प्रदेश में इस साल चुनाव है ऐसे में केंद्र से आर्थिक पैकेज मिलने की आस थी, लेकिन डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्र में प्रदेश के दो बड़े नेता भी हिमाचल को कुछ नहीं दिला पाए. हिमाचल पहले से ही 65 हजार करोड़ के कर्ज में डूबा है. प्रदेश के विकास के लिए केंद्र से आर्थिक मदद मिलना बहुत जरूरी था, लेकिन केंद्र के बजट में हिमाचल की पूरी तरह से अनदेखी हुई है. इसके अलावा हिमाचल में बेरोजगारी (unemployment in himachal) का आंकड़ा भी हर साल बढ़ रहा है. एक तरह पीएम मोदी दो करोड़ के रोजगार का सपना दिखाते हैं और अब 60 लाख का रोजगार देने की बात करते हैं जोकि प्रदेश और देश के युवाओं के साथ धोखा है.
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कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बजट में बेरोजगारी दूर करने के कोई सार्थक उपाय नजर नहीं आए हैं और युवाओं के लिए कोई भी ऐसी योजना का उल्लेख नहीं है जिससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ सके. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बजट वहीं घीसा-पीटा आंकड़ों का पिटारा है जिसमें देश को सब्जबाग दिखाने का पूरा प्रयास किया गया है. बजट पूरी तरह दिशाहीन है, जिसकी न तो कोई दशा ही है और न ही कोई दिशा, जिससे आम लोगों को कोई राहत मिलती. विक्रमादित्य ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि यह बजट देश में लक्षित विकास दर हासिल करेगा.
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