शिमला: सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधिश सूर्यकांत को पदोन्नत कर शीर्ष अदालत का न्यायाधीश बनाने की सिफारिश केंद्र सरकार से की है. सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपडेट की गई सिफारिश के मुताबिक, सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय कॉलेजियम ने बुधवार को हुई बैठक में दो लोगों को शीर्ष अदालत में भेजने की सिफारिश की है, जिनमें हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत भी शामिल हैं.
वहीं, दूसरे जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई हैं जो बॉम्बे हाईकोर्ट के जज हैं. शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों के 31 पद स्वीकृत हैं. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में मौजूदा समय में 27 न्यायाधीश हैं. बता दें कि जस्टिस सूर्यकांत को 5 अक्टूबर 2018 को हिमाचल प्रदेश का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश हाईकोईट के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हिसार जिला में एक मध्य वर्गीय परिवार में हुआ था. गांव के ही स्कूल से प्रारंभिक पढ़ाई की और वर्ष 1984 में महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक से विधि की डिग्री हासिल की. वर्ष 2011 में इन्होंने विधि में स्नातकोत्तर डिग्री प्रथम श्रेणी में उतीर्ण की.
इसके बाद 1984 में उन्होंने जिला न्यायालय हिसार में वकालत शुरू की और वर्ष 1985 से चंडीगढ़ में वकालत शुरू कर दी. न्यायाधीश सूर्यकांत संविधान, सेवा संबंधी मामले और सिविल मामलों के विशेष जानकार हैं. 7 जुलाई 2000 को उन्हें हरियाणा का महाधिवक्ता तैनात किया गया और मार्च 2001 में इन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता बनाया गया. 9 जनवरी 2004 को इन्हें पंजाब एवं हरियाणा का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.