मंडीः कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में विक्रमादित्य सिंह ने एक विवादित टिप्पणी की है. जिस पर बाद में वो पत्रकारों के सवालों पर फसते नजर आए, हालांकि बाद में उन्होंने साफ किया कि उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं थी उनसे सवालों के जवाब न बनते देख खुद कुलदीप राठौर को बीच-बचाव करना पड़ा.
दरअसल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जोश में युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस चुनाव में एक ओर कांग्रेस और महात्मा गांधी की विचारधारा है तो दूसरी ओर नत्थू राम गोडसे की विचारधारा है. इन दो विचारधाराओं पर ये चुनाव लड़ा जाना है. उन्होंने कहा कि 'हम सबको ये निर्णय लेना है कि हमने ऐसे आंतकवादियों को जो धर्म के नाम पर राजनिति करते हैं, क्या ऐसे लोगों को देश के अंदर लाना है या नहीं लाना है.'
बाद में सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि मैंने ये शब्द उन लोगों के लिए कहा है जो धर्म के नाम पर राजनिति करते हैं, हालांकि उन्होंने माना कि उन्होंने आतंकवाद शब्द का प्रयोग किया है. इसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने विक्रमादित्य का बीच-बचाव करते हुए जवाब दिया कि कई बार भाषण में ऐसा हो जाता है, जब्कि इनका कहने का तात्पर्य ये नहीं था जो आप पूछ रहे हैं.