मंडी: कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई में जीत के लिए जन जागरूकता बेहद कारगर हथियार है. इसलिए मंडी जिला प्रशासन का इस ओर विशेष ध्यान है. ज्यादा से ज्यादा जागरूकता के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. समाज के सभी वर्गों को कोरोना से बचाव को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों व सुरक्षा उपायों को लेकर शिक्षित किया जा रहा है.
अब इस कड़ी में जिला प्रशासन विशेष कार्यशालाओं के जरिए जिला के सभी टैक्सी चालकों, जरूरी सामान की आपूर्ति में लगे वाहनों के ड्राइवरों व इस काम में लगे मजदूरों को जागरूक करने पर जोर दे रहा है. साथ ही सब्जी मंडियों में काम कर रहे मजदूरों को भी जागरूक किया जा रहा है. अपनी इस मुहिम के तहत जिला प्रशासन ने अब तक ऐसे करीब 800 लोगों को कार्यशालाओं के माध्यम से कोरोना से बचाव को लेकर शिक्षित किया है.
वहीं, पिछले तीन दिनों में मंडी जिला के हर उपमंडल में टैक्सी चालकों को जागरूक करने के लिए संबंधित उपमंडल प्रशासन द्वारा कार्यशालाएं आयोजित की गई हैं. इन कार्यशालाओं में प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, डॉक्टर टैक्सी चालकों को कोरोना से बचाव के जरूरी टिप्स दे रहे हैं. गाड़ी में सवारी लाते-ले जाते हुए, राज्य से बाहर जाते हुए, उन्हें कोरोना से सुरक्षा को लेकर क्या-क्या सावधानियां बरतनी हैं और मास्क व सेनिटाइजर का इस्तेमाल किस तरह से करना है. इसे लेकर शिक्षित किया जा रहा है.
उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मंडी जिला प्रशासन का प्रयास है कि जागरूकता कार्यशालाओं के जरिए वाहन चालकों व मजदूरों को कोरोना से बचाव के उपायों को लेकर पूरी तरह शिक्षित किया जाए, जिससे वे खुद सुरक्षित रहें व उनके परिवारों की भी सुरक्षा हो. उन्होंने बताया कि इन कार्यशालाओं में टैक्सी चालकों को कोरोना से बचाव को लेकर पूरी तरह प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे सुरक्षा उपायों को ठीक से अमल में लाना समझ लें. साथ ही इसके बाद जब वे गाड़ी लेकर सवारी लाने-ले जाने के लिए प्रदेश से बाहर जाएं तो उन्हें वापिस आने पर क्वारंटाइन करने की जरूरत न पड़े.
गौरतलब है कि इससे पहले भी जिला प्रशासन ने कर्फ्यू में जरूरी सामान की आपूर्ति में लगे वाहन चालकों व मजदूरों के लिए भी इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित की थीं. उन सभी को इन कार्यशालाओं में दोबारा कवर किया जा रहा है.
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