मंडी: मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सराज घाटी के एक गांव को ईको टूरिज्म के तहत विकसित किया जाएगा. चयनित गांव में सराज की पारंपरिक शैली में सभी घरों को तैयार किया जाएगा. ऐसे गांव में पर्यटकों को हर तरह की सुविधा दी जाएगी. इसके साथ ही जंजैहली में भुलाह, बुढाकेदार, शिकरी माता व देव कमरूनाग जाने वाले ट्रैकों को विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही सभी क्षेत्रों की सड़कों की दशा को सुधारा जाएगा और सड़कों को और चौड़ा किया जाएगा.
जंजैहली घाटी को पर्यटन नगरी बनाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. इस प्लान को धरातल स्तर उतारने की कवायद शुरू हो गई है. जंजैहली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं को तैयार किया जा रहा है. ने स्थानीय लोगों से इसमें अपना पूर्ण सहयोग देने की अपील की. उन्होंने यहां के लोगों को होम स्टे बनाने का आग्रह किया. सीएम ने कहा कि आम लोगों का सहयोग ऐसा ही रहा तो आने वाले 5 सालों में जंजैहली की तस्वीर बदल देंगे.
इस दौरान उन्होंने उत्सव में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जंजैहली में टूरिज्म विकास के लिए करोंड़ों रुपये की घोषणाएं की. उन्होंने कटारू में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए करीब 3.50 करोड़ की लागत से तैयार विश्राम गृह की आधारशिला भी रखी. सीएम ने कटारू में कला मंच बनाने के लिए 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की. वहीं, कटारू में विभिन्न विभागों के दफ्तरों को एक ही इमारत में लाने के लेकर भवन के लिए 3 करोड़ रुपये की घोषणा की.
सीएम ने अधिकारियों को जंजैहली में पार्किंग की सुविधा के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए व यहां पर जारी विकास कार्यों को अगले दो वर्षों में पूरा करने के भी कड़े निर्देश दिए.बता दें कि जंजैहली को पर्यटन नगरी बनाने के लिए सीएम बेहद गंभीरता से आगे बढ़ रहे हैं. इसके लिए मूलभूत सुविधाओं को जुटाया जा रहा है.