सरकाघाट: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव भूपेंद्र सिंह ने प्रदेश सरकार पर कोरोना संक्रमण रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ती कोरोना संक्रमितों की मौतों को रोकने व संक्रमण को नियंत्रित करने में सरकार पूरी तरह असफल रही है.
सोमवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में भी रात्रि कर्फ्यू लगाने, बसों व दफ्तरों में आधी क्षमता के कार्य करने और स्कूल बंद करने की ही बातें दोहराई गई है, जबकि हकीकत यह है कि सरकार अभी तक भी अस्पतालों में ऑक्सीजन के पर्याप्त मात्रा में सिलेंडर उपलब्ध नहीं करवा पा रही है.
वेंटिलेटर भी जरूरत के अनुसार नहीं हैं, जबकि सरकार को इसके लिए जनता ने सौ करोड़ रुपए तक की सहायता राशि दान की है और उसमें से अभी तक वह 25 करोड़ ही खर्च कर पाई है.
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री आपस में केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम पर झगड़ रहे हैं, जबकि प्रदेश में कोरोना से होने वाली मौतें सबसे अधिक गति से हो रही हैं. इसके बारे उनके पास कोई ठोस उपाय व योजना नहीं हैं. सरकार के मंत्री अलग अलग जगहों पर भीड़ इकठ्ठा कर रहे हैं और अभी एक दिन पहले ही भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी बिलासपुर में हजारों लोगों को इकठ्ठा किया था.
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि इससे साफ है कि हिमाचल सरकार कोरोना को कंट्रोल करने में विफल साबित हो रही है, जिसके कारण अभी तक साढ़े पांच सौ लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार इस बारे अन्य सामाजिक संस्थाओं व राजनीतिक दलों से भी कोई सलाह मशवरा नहीं कर रही है और इसे केवल प्रशानिक स्तर पर व पार्टी के स्तर पर ही हल करने की कोशिश कर रही है जो सही तरीका नहीं है.