मंडी: नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए एक डॉक्यूमेंट्री तैयार कर व्यापक प्रसार किया जाएगा. यह जानकारी मंडी जिला में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत चलाए गए विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों की समीक्षा करते हुए एडीसी मंडी जतिन लाल ने दी है.
एडीसी ने मंडी व सुंदरनगर शहर में लगी एलईडी स्क्रीनों पर भी नशा मुक्ति के संदेशों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए. उन्होंने पुलिस और शिक्षण संस्थानों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू व नशीले पदार्थों की बिक्री न हो.
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि यह बेहद जरूरी है कि हम अपनी युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में जाने से रोकने के लिए मिलकर प्रयास करें. इस अभियान के तहत मिशन मोड पर काम करते हुए जन-जन को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.
एडीसी जतिन लाल ने ने कहा कि नशा समाज के लिए अभिशाप है. अभियान के तहत हर स्तर पर युवाओं को नशे की बुराईयों व इसके मानव शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहकर अपनी ऊर्जा को समाज के नव निर्माण के काम में लगाएं.
एडीसी मंडी ने खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से पंचायत स्तर पर अभियान को गति प्रदान करने के लिए निर्देश दिए. उन्होंने महिला एवं बाल विकास, महिला मंडल, युवक मंडल, पंचायतीराज संस्थानों और स्वास्थ्य विभाग से भी अभियान को सफल बनाने में मदद करने के लिए कहा.
एडीसी ने बताया कि अभियान के तहत हर सप्ताह अलग-अलग थीम पर आधारित गतिविधियां की जा रही हैं. नशे के विरूद्ध लोगों को जागरूक करने के लिए एक डॉक्यूमेंट्री भी तैयार कर उसका व्यापक प्रसार किया जाएगा. अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिला में सभी संबंधित विभाग अभियान की सफलता के लिए मिलकर प्रयास कर रहे हैं
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि नशा किसी भी प्रकार का हो, वह परिवार, समाज और व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देता है. समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए हर परिवार को अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभानी चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए हर स्तर पर काम किए जा रहे हैं.