मंडी: पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता कौल सिंह ने सीएम जयराम ठाकुर के बयान पर पलटवार किया है. कौल सिंह ने कहा कि 23 मई को ही पता लगेगा कि आखिर दीमक किसे लगी हुई है. उन्होंने कहा कि सीएम जयराम का अफसरशाही पर कोई नियंत्रण नहीं है. वे अब तक के सबसे प्रभावहीन मुख्यमंत्री हैं.
कौल सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी हुई कि पहली बार मंडी से सीएम बना, लेकिन जयराम केवल सिराज का ही सीएम बनकर रह गए. वे हर मोर्चे पर विफल साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम व सांसद दोनों मंडी के लिए कुछ नहीं कर पाए हैं.
वहीं, मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा के मंत्रिमंडल से इस्तीफे पर कौल सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अनिल ने मंत्री पद छोड़ दिया है. जयराम ठाकुर ने कई किस्म की बातें की है. वे चाहते तो उसे ड्राप भी कर सकते थे, लेकिन अनिल ने नैतिकता को सामने रखते हुए अपने बेटे के लिए इस्तीफा दिया. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा जिन लोगों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे, उन्हें वापिस कांग्रेस में भेजें और उन्हें कांग्रेस के लिए काम करने को कहें.
बता दें कि अनिल शर्मा ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. सीएम भी उन पर अंदरखाते बेटे के लिए काम करने का आरोप लगा चुके हैं. जबकि अब कौल सिंह ने खुले तौर पर सभी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में भेजकर बेटे के लिए काम करने की अपील की है ताकि बेटे की जीत सुनिश्चित हो सके. हालांकि, अनिल शर्मा किसी के पक्ष में भी प्रचार न करने की बात कह रहे हैं. वर्तमान में वे भाजपा विधायक के रूप में ही काम कर रहे हैं.
बता दें कि 15 अप्रैल, 2019 को सीएम जयराम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उसे दिमागी दीमक से ग्रस्त पार्टी बताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर को भारत से अलग करना चाहते हैं. सीएम जयराम ने कहा कि कांग्रेस की सहयोगी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के देशद्रोही बयानों पर राहुल गांधी की चुप्पी और पाकिस्तान मीडिया में उनकी तारीफें, इस बात का सबूत है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी दिमागी-दीमक से ग्रस्त है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि जम्मू कश्मीर में अलग राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाए जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के अभिन्न हिस्से जम्मू कश्मीर को देशद्रोहियों और पाकिस्तान से बचाने के लिए पुरजोर प्रयास कर रहे हैं.