मंडी: हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा से कांग्रेस के नेता व पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर के उस बयान पर कड़ा एतराज जताया है जिसमें उन्होंने निकम्मे अफसरों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.
सुधीर शर्मा ने शनिवार को मंडी में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि सरकार खुद नाकाम रही है और अब अपनी नाकामी का ठीकरा हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों और अफसरशाही पर फोड़ना चाह रही है.
सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से दिशाहीन हो गई है. जिसके चलते सरकार प्रदेश के विकास के लिए सही से नीति ही नहीं बना पाई. अफसरों को सही से कार्य योजना बनाकर नहीं दी गई और अब सरकार अपनी नाकामी का ठीकरा प्रदेश की अफसरशाही पर फोड़ना चाहती है जो कि बिल्कुल भी सही नहीं है.
'मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश की जनता को दिए गया संबोधन हास्यास्पद'
इसके साथ ही कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा ने शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश की जनता को दिए गए संबोधन को भी हास्यास्पद बताया. सुधीर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तीन वर्षों में प्रदेश में बेरोजगारी, पर्यटन, पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों और पर्यटकों को सपोर्ट करने के लिए कोई जानकारी नहीं दी.
'तीन वर्ष घोटालों में बीत गए'
सुधीर शर्मा ने प्रदेश सरकार से पूछा कि आखिर क्यों कोरोना जैसी महामारी के चलते भी केंद्र में भाजपा की सरकार होते हुए भी हिमाचल प्रदेश को कोई स्पेशल पैकेज नहीं मिला. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार के तीन वर्ष घोटालों में बीत गए.
सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में विकास पूरी तरह से ठप्प है उन्होंने प्रदेश सरकार के मुखिया पर तंज कसते हुए कहा कि वे प्रदेश में मात्र पुरानी योजनाओं के नाम बदलकर जनता की वाहवाही लूटना चाहते हैं. सुधीर ने मांग उठाई है कि कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ की हड्डी पर्यटन क्षेत्र को सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जानी करनी चाहिए.