मंडीः पंडित सुखराम के गढ़ में सीएम जयराम ठाकुर ने वीरवार को भाजपा सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम व अपने ही मंत्री अनिल शर्मा पर तीखा जुबानी हमला बोला. सीएम अनिल शर्मा को भाषा में सयंम रखने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि अपने घर की बातों को बाहर न रखें और मुझसे न उलझें. उन्होंने कहा कि घर के झगड़े व झमेले घर में ही निपटाएं.
मंत्री अनिल शर्मा के मीडिया में दिए बयान पर सीएम ने पलटवार किए. उन्होंने कहा कि मंत्री मुख्यमंत्री को ही नेता न मानें तो यह विचित्र स्थिति है. उन्होंने कहा कि मुझे अनिल शर्मा से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा एक मंत्री गायब है. इस बीच जनता बोल उठी कि वह घास काट रहे हैं, जिस पर सीएम ने तंज कसा कि अब तो घास काट लिया होगा. उन्होंने कहा कि अनिल व उनके बुजुर्ग पिता ने ही उर्जा विभाग मांगा था. उन्होंने कोई झुनझूना नहीं थमाया है. उनके दिल में कई राज दफन हैं. उन्होंने कहा कि हमने अनिल शर्मा को धर्मसंकट नहीं डाला है. अनिल शर्मा ने जो भी मांगा है, उन्हें दिया गया है, लेकिन उनके बेटे को टिकट नहीं दे पाए. उन्होंने कहा कि वह सब कुछ करते रहे और बोलते रहे और हम सिर्फ सुनते रहे, यह संभव नहीं है.
सीएम ने कहा कि आने जाने का सफर खत्म करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीति में अपने परिवार को पालने का काम दुर्भाग्यपूर्ण है. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि उनके लिए राष्ट्र सर्वोपरि है, उसके बाद ही उनका परिवार है, जबकि पंडित सुखराम के लिए परिवार का हित सबसे ऊपर है. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा भाजपा के सदस्य होने के चलते अपने नैतिक दायित्व को निभाएं और लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए कार्य करें.
सीएम ने कहा कि पंडित सुखराम एक वरिष्ठ नेता है, लेकिन उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अब उनका दौर गुजर चुका है. उन्होंने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि वह मंडी तथा मंडीवासियों के स्वाभिमान के स्थान पर अपने परिवार को अधिमान दे रहे हैं. कोटली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कई जनप्रतिनिधियों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा. इस अवसर पर आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, मंडी संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा, विधायक हिरालाल व प्रकाश राणा, भाजपा जिला अध्यक्ष रणबीर व अन्य उपस्थित रहे.