मंडी: हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार में नव नियुक्त कैबिनेट मंत्री यादविंद्र गोमा ने सचिवालय जाकर अपना कार्यभार संभाला. यादविंद्र गोमा सैकड़ों समर्थकों के साथ प्रदेश सचिवालय के आर्मस्डेल भवन में कमरा नंबर-625 में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाया जाएगा. उन्होंने कहा उनकी तैनाती से पहले भी कांगड़ा से एक सीनियर मंत्री, दो CPS और दो कैबिनेट रैंक चेयरमैन थे. कांगड़ा के साथ पहले भी कोई भेदभाव नहीं किया गया. पहले कांगड़ा के लिए एक मंत्री था, अब दो हैं. इसलिए जिले में डबल इंजन से विकास की गाड़ी दौड़ेगी.
दरअसल, सुक्खू सरकार में 12 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार किया था. जिसमें जिला कांगड़ा की जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र से यादविंद्र गोमा और जिला बिलासपुर की घुमारवीं विधानसभा सीट से चुनाव जीते राजेश धर्माणी को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी. हालांकि दोनों को अभी विभाग नहीं सौंपा गया है. इसके लिए अभी उन्हें थोड़ा इंतजार करना होगा. वहीं, कार्यभार संभालने के बाद यादविंद्र गोमा ने कहा कि कांगड़ा जिला में सबसे अधिक 15 विधानसभा सीटें है. इसमें कांग्रेस के हिस्से 10 सीटें आई है. ऐसे में सीएम ने अपने सबसे पहले मंत्री मंडल में वरिष्ठ नेता चंद्र कुमार को स्थान दिया था. अब फिर से मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है. जिसमें कांगड़ा जिला के हिस्से फिर से मंत्री पद आया है.
यादविंद्र गोमा ने कहा कि कांगड़ा से दो सीपीएस सहित तीन कैबिनेट रैंक के चेयरमैन बनाए गए है. जिससे कांगड़ा जिला को सरकार में पूरा प्रतिनिधित्व मिला है. ऐसे में भाजपा कांगड़ा जिले से हुए भेदभाव को लेकर जनता को बरगलाने का प्रयास कर रही है. गोमा ने कहा कि मुख्यमंत्री जो भी जिम्मेदारी देंगे उसे ईमानदारी के साथ निभाया जाएगा. हालांकि पोर्टफोलियो को लेकर उनसे पूछा जाएगा तो अपनी इच्छा जरूर जाहिर की जाएगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का व्यवस्था परिवर्तन का नारा है, इसको लेकर जो भी आदेश मिलेंगे उसके अनुरूप प्रदेश हित में काम किया जाएगा.
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