ETV Bharat / state

पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक लगाने में प्रशासन नाकाम, पॉलीबैग में धड़ल्ले से बेचे जा रहे सामान

पिछले कई सालों से पॉलीथिन पर बैन होने के बावजूद भी बाजारों में पॉलीथिन में सामान बेची जा रही है. पिछले कई सालों से प्रशासन पॉलीथिन के इस्तेमाल का इल्जाम बाहरी राज्यों पर लगाता आया है, लेकिन अब स्थानीय दुकानदारों द्वारा इसका प्रयोग होने से एपीएमसी प्रबंधन की नाकामी भी उजागर हुई है.

कुल्लू में सब्जियां पॉलिथीन की थैलियों में पैक की जा रही हैं
author img

By

Published : Jul 20, 2019, 11:01 AM IST

कुल्लू: करीब एक दशक पहले एपीएमसी ने प्रदेश में पॉलीथिन बैन किया था, लेकिन कुल्लू-भुंतर की मार्केट में बड़ी शान से उन लिफाफों में सब्जियां पैक हो रही हैं. जानकारी के अनुसार जिला भुंतर में सब्जी मंडी और अन्य किराना दुकानों पर खुलेआम पॉलीथिन का प्रयोग हो रहा है और यहां से पॉलीथिन की सप्लाई भी हो रही है.

कुल्लू में धड़ल्ले से चल रही पॉलीथिन की बिक्री. (वीडियो)

पिछले कई सालों से एपीएमसी पॉलीथिन में सब्जियों की पैकिंग का आरोप बाहरी राज्यों पर लगाती आई है, लेकिन अब स्थानीय दुकानदारों द्वारा इसका खुलेआम प्रयोग होने से एपीएमसी प्रबंधन की नाकामी भी उजागर हुई है. इसके अलावा जेनरल स्टोर में दालें, चीनी और अन्य सामान भी पॉलीथिन में पैक करके दिए जा रहे हैं और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में तो इनका धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है.

कुल्लू, कुल्लू-भुंतर की मार्केट,बाहरी राज्य
कुल्लू में सब्जियां पॉलिथीन की थैलियों में पैक की जा रही हैं

वहीं स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों ने पॉलीथिन में सामान बेचने पर चिंता जाहिर की है. साथ ही साथ प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए हैं. इनके अनुसार कैरी बैग पर भी सरकार अब बैन लगाने की तैयारी कर रही है, लेकिन प्रशासन अपनी लापरवाही और सुस्ती के चलते दशकों पहले बंद की गई पॉलीथिन को ही पूरी तरह से बैन नहीं करवा पाई है.

यो भी पढ़े:खतरे में एशिया का सबसे ऊंचा पुल, जोखिम भरा हुआ सफर

इस बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कुल्लू में स्थित सहायक पर्यावरण अभियंता प्रदीप मोदगिल का कहना है कि भुंतर में पॉलीथिन के इस्तेमाल के मामले सामने आए हैं. इस पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कानूनन सजा भी दी जाएगी.

कुल्लू: करीब एक दशक पहले एपीएमसी ने प्रदेश में पॉलीथिन बैन किया था, लेकिन कुल्लू-भुंतर की मार्केट में बड़ी शान से उन लिफाफों में सब्जियां पैक हो रही हैं. जानकारी के अनुसार जिला भुंतर में सब्जी मंडी और अन्य किराना दुकानों पर खुलेआम पॉलीथिन का प्रयोग हो रहा है और यहां से पॉलीथिन की सप्लाई भी हो रही है.

कुल्लू में धड़ल्ले से चल रही पॉलीथिन की बिक्री. (वीडियो)

पिछले कई सालों से एपीएमसी पॉलीथिन में सब्जियों की पैकिंग का आरोप बाहरी राज्यों पर लगाती आई है, लेकिन अब स्थानीय दुकानदारों द्वारा इसका खुलेआम प्रयोग होने से एपीएमसी प्रबंधन की नाकामी भी उजागर हुई है. इसके अलावा जेनरल स्टोर में दालें, चीनी और अन्य सामान भी पॉलीथिन में पैक करके दिए जा रहे हैं और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में तो इनका धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है.

कुल्लू, कुल्लू-भुंतर की मार्केट,बाहरी राज्य
कुल्लू में सब्जियां पॉलिथीन की थैलियों में पैक की जा रही हैं

वहीं स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों ने पॉलीथिन में सामान बेचने पर चिंता जाहिर की है. साथ ही साथ प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए हैं. इनके अनुसार कैरी बैग पर भी सरकार अब बैन लगाने की तैयारी कर रही है, लेकिन प्रशासन अपनी लापरवाही और सुस्ती के चलते दशकों पहले बंद की गई पॉलीथिन को ही पूरी तरह से बैन नहीं करवा पाई है.

यो भी पढ़े:खतरे में एशिया का सबसे ऊंचा पुल, जोखिम भरा हुआ सफर

इस बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कुल्लू में स्थित सहायक पर्यावरण अभियंता प्रदीप मोदगिल का कहना है कि भुंतर में पॉलीथिन के इस्तेमाल के मामले सामने आए हैं. इस पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कानूनन सजा भी दी जाएगी.

Intro:कुल्लू
पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक लगाने में सरकार हो रही नाकामBody:
प्रदूषण के बहाने जिस पोलिथीन पर प्रदेश में करीब एक दशक पहले बैन लगा है, उन लिफाफों में बड़ी शान से सब्जियां कुल्लू-भुंतर की मार्केट में पैक हो रही हैं। पर्यावरण बचाने की दुहाई देते हुए सरकार अब कैरी बैग को भी बंद करने की तैयारी में है, लेकिन सरकार का प्रशासन तंत्र पोलिथीन को अपनी नाकामी तले प्रयोग की खुली छूट दे रहा है। लिहाजा, पर्यावरण प्रेमी खासे चिंतित हैं तो साथ ही सरकार व प्रशासन इनके निशाने पर भी है। जानकारी के अनुसार जिला के भुंतर में खुलेआम सब्जी मंडी और अन्य किराना दुकानों में पोलिथीन का प्रयोग हो रहा है और तो और यहां से यह दियार-गड़सा व मणिकर्ण के लिए भी सप्लाई हो रहा है। जानकारी के अनुसार भुंतर सब्जी मंडी में खुलेआम बैन पोलिथीन में सब्जियों को पैक किया जा रहा है और आगे भेजा जा रहा है। इस मामले में एपीएमसी प्रबंधन की नाकामी भी उजागर हुई है। गौर रहे कि सालों से एपीएमसी बाहरी राज्यों से ही इन पोलिथीन के लिफाफों में सब्जियां पैक होकर आने की बात कह कार्रवाई से पल्ला झाड़ती रही है, लेकिन अब दुकानदारों द्वारा भी खुलेआम यहीं पर भरी जा रही सब्जियों ने पोल खोल दी है। इसके अलावा करियाना दुकानों में दालें, चीनी और अन्य सामान छोटे पालिथीन लिफाफों में पैक करवाया जा रहा है और पर्यावरण का कचरा किया जा रहा है। खासकर ग्रामीण मेलों तो इनका धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों ने खुलेआम लिफाफों के बिकने पर चिंता जाहिर की है तो साथ ही प्रशासन पर सवाल भी खड़े किए हैं। इनके अनुसार एक ओर कैरी बैग पर भी सरकार अब बैन लगाने की तैयारी कर रही है, लेकिन प्रशासन अपनी लापरवाही और सुस्ती की जिद पर अड़ी हुई है और दशकों पहले बंद लिफाफों को ही पूरी तरह से बैन नहीं करवा पाई है। दूसरे दुकानदार व कारोबारी भी इसका अरसे से विरोध करते रहे हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। Conclusion:इस बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कुल्लू मौहल में स्थित सहायक पर्यावरण अभियंता प्रदीप मोदगिल का कहना है कि भुंतर में पोलिथीन के इस्तेमाल का मामला ध्यान में आया है। इस पर कार्रवाई की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.