ETV Bharat / state

कुल्लू में बढ़ी तंदूर की मांग, ठंड से बचने के लिए ग्रामीणों का एकमात्र सहारा तंदूर - लोगों को पीने के पानी की समस्या

कुल्लू के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश से जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. कंपकंपाती ठंड में लोगों को राहत प्रदान करने के लिए जिला में तंदूर की बिक्री में इजाफा हुआ है. ग्रामीण 1500 से लेकर 3000 रुपये तक के तंदूरों की खरीद कर रहे हैं.

Tandoor demand increased बढ़ी तंदूर की मांग
कुल्लू में बढ़ी तंदूर की मांग.
author img

By

Published : Nov 28, 2019, 2:27 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू में मौसम के करवट बदलते ही ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. वहीं, निचले क्षेत्रों में बारिश से पूरा जिला कंपकंपाती ठंड की जकड़ में आ गया है. गुरुवार सुबह मौसम में बदलाव के कारण जिला में ठंड का प्रकोप ओर बढ़ गया है.

बता दें कि नवंबर माह शुरू होते ही ठंड बढ़ जाने से जनजीवन प्रभावित होने लगता है. वहीं, इस बार भी कुल्लू, मनाली, ऊझी घाटी, मणिकर्ण, लगवैली, आनी, बंजार सहित सभी ग्रामीण इलाकों में बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है और ठंड से बचने के लिए लोग पूरा दिन तंदूर, हीटरों के आगे दुबके रह रहे हैं.

वीडियो.

वहीं, ग्रामीण लोग सर्दियों से बचने के लिए लकड़ियां एकत्रित करने में जुट गए हैं, जिससे बर्फबारी के दिनों में उन्हें कोई परेशानी पेश न आए. इन दिनों ग्रामीण तंदूर और हीटर लेने के लिए शहर की दुकानों का रुख कर रहे हैं, जहां ग्रामीण 1500 से लेकर 3000 रुपये तक के तंदूरों की खरीद फरोख्त कर रहे हैं.

वहीं, दूसरी ओर ठंड के बढ़ने से तंदूर बनाने वाले कारीगरों का भी काम बढ़ गया है. शहर में रोजाना तंदूर की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नजर आ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी रोजाना तंदूर खरीद कर अपने आप को ठंड से बचाने का इंतजाम कर रहे हैं. गौर रहे कि जिला कुल्लू के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी के बाद जहां लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं, बिजली ना होने के कारण लोग घरों में हीटर आदि नहीं चल पाते हैं और कई क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या के चलते हीटर भी नहीं चल पाते हैं. ऐसे में ठंड से बचने के लिए तंदूर ही एकमात्र उपाय रहता है.

कुल्लू में तंदूर बनाने का कार्य करने वाले दुकानदार प्रवीण का कहना है कि वह काफी समय से तंदूर बनाने का कार्य कर रहे हैं और ठंड बढ़ने का कारण इसकी डिमांड में भी बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि कुल्लू के अलावा लाहौल स्पीति सहित अन्य जगहों पर भी तंदूर की डिमांड बढ़ी है. तंदूर लोगों को ठंड से बचने में काफी मदद करता है और जिन क्षेत्रों में बिजली गुल रहती है. वहां लोगों को तंदूर ही ठंड से राहत प्रदान करता है.

ये भी पढ़ें: सोलन-सिरमौर सीमा पर बड़ा हादसा, बारातियों से भरी बस खाई में गिरी

कुल्लू: जिला कुल्लू में मौसम के करवट बदलते ही ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. वहीं, निचले क्षेत्रों में बारिश से पूरा जिला कंपकंपाती ठंड की जकड़ में आ गया है. गुरुवार सुबह मौसम में बदलाव के कारण जिला में ठंड का प्रकोप ओर बढ़ गया है.

बता दें कि नवंबर माह शुरू होते ही ठंड बढ़ जाने से जनजीवन प्रभावित होने लगता है. वहीं, इस बार भी कुल्लू, मनाली, ऊझी घाटी, मणिकर्ण, लगवैली, आनी, बंजार सहित सभी ग्रामीण इलाकों में बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है और ठंड से बचने के लिए लोग पूरा दिन तंदूर, हीटरों के आगे दुबके रह रहे हैं.

वीडियो.

वहीं, ग्रामीण लोग सर्दियों से बचने के लिए लकड़ियां एकत्रित करने में जुट गए हैं, जिससे बर्फबारी के दिनों में उन्हें कोई परेशानी पेश न आए. इन दिनों ग्रामीण तंदूर और हीटर लेने के लिए शहर की दुकानों का रुख कर रहे हैं, जहां ग्रामीण 1500 से लेकर 3000 रुपये तक के तंदूरों की खरीद फरोख्त कर रहे हैं.

वहीं, दूसरी ओर ठंड के बढ़ने से तंदूर बनाने वाले कारीगरों का भी काम बढ़ गया है. शहर में रोजाना तंदूर की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नजर आ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी रोजाना तंदूर खरीद कर अपने आप को ठंड से बचाने का इंतजाम कर रहे हैं. गौर रहे कि जिला कुल्लू के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी के बाद जहां लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं, बिजली ना होने के कारण लोग घरों में हीटर आदि नहीं चल पाते हैं और कई क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या के चलते हीटर भी नहीं चल पाते हैं. ऐसे में ठंड से बचने के लिए तंदूर ही एकमात्र उपाय रहता है.

कुल्लू में तंदूर बनाने का कार्य करने वाले दुकानदार प्रवीण का कहना है कि वह काफी समय से तंदूर बनाने का कार्य कर रहे हैं और ठंड बढ़ने का कारण इसकी डिमांड में भी बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि कुल्लू के अलावा लाहौल स्पीति सहित अन्य जगहों पर भी तंदूर की डिमांड बढ़ी है. तंदूर लोगों को ठंड से बचने में काफी मदद करता है और जिन क्षेत्रों में बिजली गुल रहती है. वहां लोगों को तंदूर ही ठंड से राहत प्रदान करता है.

ये भी पढ़ें: सोलन-सिरमौर सीमा पर बड़ा हादसा, बारातियों से भरी बस खाई में गिरी

Intro:ठंड के चलते कुल्लू में बढ़ी तन्दूर की बिक्री

नोट: स्क्रिप्ट मोजो से भेजी गई है।


Body:ठंड के चलते कुल्लू में बढ़ी तन्दूर की बिक्री


Conclusion:ठंड के चलते कुल्लू में बढ़ी तन्दूर की बिक्री
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.