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स्नेथा गांव में सड़क सुविधा का अभाव, लोगों को करना पड़ता है परेशानियों का सामना

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Published : Feb 24, 2021, 11:03 PM IST

स्नेथा गांव तक सड़क जैसी सुविधा न होने के कारण आज भी मरीज को सड़क तक पहुंचाने में मशक्कत करनी पड़ती है. स्नेथा गांव वासी अनिल आर्य, गंगी देवी, सूरत राम , निशा, गंगा राम, प्रकाश, सन्तोष, रोशनन लाल आदि का कहना है कि हालांकि इस मांग को पंचायत प्रतिनधियों के माध्यम से भी कईं बार सरकार के समक्ष रखने का प्रयास हुआ, लेकिन बात न बनी.

Dingidhar Panchayat
डिंगिधार पंचायत

आनीः उपमंडल आनी की डिंगिधार पंचायत के स्नेथा गांव में एक महिला को ढांक से गिरने के बाद चोटें आई हैं. घायल महिला को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए स्नेथा गांव वासियों को कुर्सी के जरिये कंधे पर उठाकर करीब डेढ़ से दो किलोमीटर का पैदल सफर करने पर मजबूर होना पड़ा.

डिंगिधार पंचायत में सड़क सुविधा का अभाव

स्नेथा गांव के अनिल आर्य ने बताया कि महिला पशुओं के चारे के लिए घास काटने के बाद वापस लौट रही थी. इस दौरान पांव फिसलकर वह गिर गई. प्राथमिक उपचार के लिए दलाश स्थित सीएचसी ले जाना पड़ा, लेकिन आजादी के सात दशक बाद भी डिंगिधार पंचायत का 35 परिवारों और करीब 150 लोगों की आबादी वाला स्नेथा गांव सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है.

पढ़ें: सुंदरनगर में 22 मार्च से होगा राज्य स्तरीय नलवाड़ मेला, MLA ने दिए ये निर्देश

आज भी मरीज को सड़क तक पहुंचाने में करनी पड़ती है मशक्कत

स्नेथा गांव तक सड़क जैसी सुविधा न होने के कारण आज भी मरीज को सड़क तक पहुंचाने में मशक्कत करनी पड़ती है. स्नेथा गांव वासी अनिल आर्य, गंगी देवी, सूरत राम , निशा, गंगा राम, प्रकाश, सन्तोष, रोशनन लाल आदि का कहना है कि हालांकि इस मांग को पंचायत प्रतिनधियों के माध्यम से भी कईं बार सरकार के समक्ष रखने का प्रयास हुआ, लेकिन बात न बनी.

स्नेथा गांव को सड़क मार्ग से जोड़ जाएगा

वहीं, इस बारे में जिला परिषद कुल्लू के नवनिर्वाचित चैयरमेन पंकज परमार ने बताया कि उन्होंने स्नेथा गांव तक सड़क का प्रावधान करने के लिए 4 लाख रुपयों की धनराशि स्वीकृत कर दी है. जल्द ही स्नेथा गांव को सड़क मार्ग से जोड़ दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- ICDEOL में प्रोफेशनल कोर्सेज बंद होने से एचपीयू को नुकसान, डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो से नहीं मिली अनुमति

आनीः उपमंडल आनी की डिंगिधार पंचायत के स्नेथा गांव में एक महिला को ढांक से गिरने के बाद चोटें आई हैं. घायल महिला को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए स्नेथा गांव वासियों को कुर्सी के जरिये कंधे पर उठाकर करीब डेढ़ से दो किलोमीटर का पैदल सफर करने पर मजबूर होना पड़ा.

डिंगिधार पंचायत में सड़क सुविधा का अभाव

स्नेथा गांव के अनिल आर्य ने बताया कि महिला पशुओं के चारे के लिए घास काटने के बाद वापस लौट रही थी. इस दौरान पांव फिसलकर वह गिर गई. प्राथमिक उपचार के लिए दलाश स्थित सीएचसी ले जाना पड़ा, लेकिन आजादी के सात दशक बाद भी डिंगिधार पंचायत का 35 परिवारों और करीब 150 लोगों की आबादी वाला स्नेथा गांव सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है.

पढ़ें: सुंदरनगर में 22 मार्च से होगा राज्य स्तरीय नलवाड़ मेला, MLA ने दिए ये निर्देश

आज भी मरीज को सड़क तक पहुंचाने में करनी पड़ती है मशक्कत

स्नेथा गांव तक सड़क जैसी सुविधा न होने के कारण आज भी मरीज को सड़क तक पहुंचाने में मशक्कत करनी पड़ती है. स्नेथा गांव वासी अनिल आर्य, गंगी देवी, सूरत राम , निशा, गंगा राम, प्रकाश, सन्तोष, रोशनन लाल आदि का कहना है कि हालांकि इस मांग को पंचायत प्रतिनधियों के माध्यम से भी कईं बार सरकार के समक्ष रखने का प्रयास हुआ, लेकिन बात न बनी.

स्नेथा गांव को सड़क मार्ग से जोड़ जाएगा

वहीं, इस बारे में जिला परिषद कुल्लू के नवनिर्वाचित चैयरमेन पंकज परमार ने बताया कि उन्होंने स्नेथा गांव तक सड़क का प्रावधान करने के लिए 4 लाख रुपयों की धनराशि स्वीकृत कर दी है. जल्द ही स्नेथा गांव को सड़क मार्ग से जोड़ दिया जाएगा.

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