कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बाढ़ प्रभावित सैंज घाटी का दौरा किया और बाढ़ प्रभावितों से मिले. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का बहुत बुरा हाल है. आपदा ने लोगों जीवन भर की कमाई को बर्बाद कर दिया, लोग बेघर हो गये हैं. कई ऐसे भी परिवार मिले जो आपदा के दिन जिस कपड़े में घर से निकले आज भी उसी कपड़े में बसर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य में और तेज़ी लाने की आवश्यकता है. जिनके पास रहने को घर नहीं बचा, वह कहां जाएंगे. बचाव कार्य के बाद अब हमें पुनर्वास और पुनर्निर्माण के कार्यों में जुटना है. हर प्रभावित को पूरी मदद पहुंचानी हैं. आपदा वह हिमाचल प्रदेश की सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं और उनका हर प्रकार से सहयोग करने के लिए तैयार हैं.
'हालात के बारे में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को करवाया अवगत': नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश के हालात के बारे में मैंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को अवगत करवाया. कुल्लू और मंडी का दौरा किया और दिल्ली जाकर गृहमंत्री से मिला. गृहमंत्री ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया. एनडीआरएफ के साथ फंसे हुए लोगों को बचाने के लिये वायुसेना को भी उतारा गया. बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने भी कठिन से कठिन परिस्थितियों में काम करते हुए, बंद सड़कों को बहाल किया और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
'पुनर्वास और पुनर्निर्माण के कार्यों में तेजी लाए सरकार': नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार अब पुनर्वास और पुनर्निर्माण के कार्यों में तेजी लाए और जल्दी से जल्दी लोगों राहत प्रदान करें. अब तक राहत के नाम पर लगभग न के बराबर काम हुआ है. नेता प्रतिपक्ष कहा कि सैंज घाटी में बहुत नुकसान हुआ है. उम्र लग जाती है घर बनाने मे, लोगों के जीवन भर की कमाई एक मिनट में बर्बाद हो गई. बाढ़ के साथ सब कुछ बह गया. अभी तक लोगों को टेंट तक नहीं मिल पाया है. बचाव कार्य साथ ही यह अभियान नहीं रुकना हैं. सबसे बड़ी चुनौती सब कुछ लुटा चुके लोगों के पुनर्वास और बर्बाद हो चुकेइंफ्रास्ट्रक्चर के पुनर्निर्माण की है. इसमें तेजी लानी होगी.
'अधिकारियों से बात कर दिया सहायता करने के निर्देश': उन्होंने कहा कि सबसे पहले बेघर हुए लोगों के लिए छत का इंतजाम करना होगा. इसके लिए सरकार को राहत कार्यों में तेजी लानी होगी. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने मदद का भरोसा दिया है, अब तक राहत और बचाव कार्यों में जो सहयोग चाहिए था , वह अविलंब मिला हैं. आपदा और राहत के लिये केंद्र सरकार ने 364 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं. आगे भी आर्थिक और अन्य मदद देने का भरोसा दिलाया है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने एनएचपीसी के अधिकारियों से भी मुलाकात की और उन्हें बाढ़ प्रभावितों की ही संभव मदद के निर्देश दिए. उन्होंने एनएचपीसी के प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों से कहा कि वे लोग स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न होने दें.
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