धर्मशाला: नगरोटा बगवां अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला के उपचार को लेकर नाराज एनएसयूआई के नेशनल कॉर्डिनेटर तरसेन सहोत्रा ने आज उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर करवाई करने की मांग उठाई है. तरसेन सहोत्रा ने कहा कि नगरोटा के विधायक के कहने पर उस कोरोना संक्रमित महिला का उपचार नगरोटा के सिविल अस्पताल में करवा दिया गया जबकि नगरोटा बगवां सिविल अस्पताल कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए नहीं बनाया गया है.
कोरोना संक्रमित का इलाज सिविल अस्पताल में करवाना गलत
तरसेन सहोत्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए विशेष रूप से धर्मशाला और टांडा मेडिकल कॉलेज में व्यव्यस्था की गई है. तरसेन सहोत्रा ने कहा कि एक ओर तो नगरोटा बगवां के विधायक यह कह रहे हैं कि इस कोरोना काल के दौरान वह हर इंसान की जान बचाना चाहते हैं, तो वहीं दूसरी और कोरोना संक्रमित महिला का उपचार नगरोटा के सिविल अस्पताल में करवाकर अस्पताल के स्टाफ और क्षेत्र के लोगों की जान को भी खतरे में डाला. उन्होंने बताया कि विधायक द्वारा यह भी कहा जा रहा है की उन्होंने 27 कोरोना संक्रमित लोगों का उपचार भी नगरोटा में ही करवाया, तो ऐसे में विधायक को पहले नगरोटा सिविल अस्पताल में इसके लिए प्रबंध करने चाहिए थे.
लापरवाही के कारण ही इलाके में बढ़ रहा मरीजों का आंकड़ा
तरसेन सहोत्रा ने कहा कि विधायक की लापरवाही के कारण ही आज नगरोटा बगवां में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी यह गाइडलाइन जारी की है कि कोविड मरीजों का अलग से उपचार किया जाना चाहिए ताकि दूसरे लोगों को इस संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सके लेकिन नगरोटा के विधायक ने अपनी मनमानी करते हुए अस्पताल के स्टाफ और क्षेत्र के लोगों की जान को भी आफत में डाल दिया है.
ये भी पढ़ें: छात्रवृत्ति घोटाला: चेक से मिलती थी बैंक अफसरों को रिश्वत