कांगड़ा: जिला कांगड़ा में कोरोना संक्रमितों के बढ़ते मामलों को देखकर शासन प्रशासन सिविल अस्पताल नूरपुर को 50 बिस्तर का कोविड सेंटर बनाने जा रहा है. यह सरकार की एक बहुत अच्छी पहल है, क्योंकि जिस प्रकार से जिला कांगड़ा का क्षेत्रफल है उस हिसाब से नूरपुर में कोविड सेंटर बनना हर तरह से प्रासंगिक है.
सिविल अस्पताल नूरपुर ना केवल नूरपुर विधानसभा बल्कि यह इंदौरा, फतेहपुर,ज्वाली विधानसभाओं को भी कवर करता है. पिछले कुछ दिनों में जहां जिले में कोरोना संक्रमितों के मरीजों की एकाएक बढ़ोतरी हुई है. उससे नूरपुर और इसके साथ लगते क्षेत्र भी इससे अछूते नहीं रहे और जहां भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बहुत तेजी आई है.
वर्तमान में अगर कोई मरीज ज्यादा सीरियस स्थिति में हो तो उसे इलाज के लिए धर्मशाला, टांडा, डाढ में बने कोविड सेंटरों में भेजा जाता है. इससे जहां मरीज को वहां पहुंचाने में बहुत दूरी तय करनी पड़ती है वहीं, वहां पर ज्यादा मरीजों की संख्या होने के कारण प्रशासन को मैनेज करना मुश्किल हो जाता है.
मरीजों को लाभ मिलेगा
ऐसे में नूरपुर में जब कोविड सेंटर बनेगा तो यहां पर ही नजदीकी मरीजों को जहां स्वास्थ्य लाभ भी मिलेगा. वहीं, दूसरे कोविड सेंटरों में भीड़ कम होगी. इसी को लेकर रविवार को स्थानीय विधायक और वन मंत्री राकेश पठानिया और जिला चिकित्सा अधिकारी गुरदर्शन सिंह ने अस्पताल का दौरा किया.
'जो भी औपचारिकताएं होंगी उन्हें पूरा कर लिया जाएगा'
वन मंत्री राकेश पठानिया ने बताया कि दो दिनों के भीतर इस अस्पताल में 50 बिस्तर का कोविड सेंटर तैयार कर दिया जाएगा और इसके लिए जो भी औपचारिकताएं होंगी उन्हें पूरा कर लिया जाएगा.
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