कांगड़ा: प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नागनी माता मंदिर में दो महीने तक चलने वाला जिला स्तरीय मेले का शनिवार को विधिवत शुभारंभ हो गया. नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने झंडा रस्म के साथ मेले का पारंपरिक तरीके से शुभारम्भ किया.
दो महीने तक चलने वाले इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रदेश के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आते हैं. मंदिर का इतिहास सैंकड़ों वर्ष पुराना है. मंदिर में लोगों की अटूट आस्था है.
मान्यता है कि यहां पर सर्पदंश, बिच्छू इत्यादि का शिकार हुए ठीक हो जाते हैं. मंदिर परिसर के पास ही एक विशेष प्रकार की मिट्टी पाई जाती है, जिसे शक्कर कहा जाता है. इसी शक्कर का लेप जहरीले जीव द्वारा काटे गए शरीर के भाग पर लगाया जाता है और पांच से सात दिन के अन्दर व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ होकर घर जाता है.
नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ाना देने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है. किसी भी पर्यटन स्थल को विकसित करने के लिए पर्यटकों का होना आवश्यक है .
विधायक ने कहा कि सरकार मंदिर को और विकसित करने के लिए खाका तैयार करने जा रही है. जिससे इस स्थल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके.