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पालमपुर की आरजू बावा ने बढ़ाई परिवार की परंपरा, भारतीय सेना में बनीं 'लेफ्टिनेंट'

पालमपुर की बेटी ने परिवार की परंपरा को कायम रखते हुए लेफ्टिनेंट की दिशा में कदम बढ़ा दिया है. घुग्घर की आरजू ओटीए चेन्नई से पास आउट हुईं हैं. उन्होंने ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई(ओटीए) से प्रशिक्षण समाप्त कर भारतीय सशस्त्र बल में ज्वॉइनिंग दी.

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Published : May 30, 2021, 11:50 AM IST

Updated : May 30, 2021, 1:49 PM IST

पालमपुर: उपमंडल कार्यालय के निकटवर्ती गांव घुग्गर निवासी सेवानिवृत्त कर्नल गुरप्रीत बावा और डीपीएस जयपुर में शिक्षक सिम्मी बावा की बेटी लेफ्टिनेंट आरजू बावा ने भारतीय सेना में सेवाएं शुरू कर परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाया.

शनिवार को ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई(ओटीए) से प्रशिक्षण समाप्त कर भारतीय सशस्त्र बल में अपनी ज्वॉइनिंग दी. शिक्षण पूर्ण करने के बाद उन्हें लेफ्टिनेंट पद पर सुशाोभित किया गया है.

पिता सेना से हुए सेवानिवृत

पिता सेना से सेवानिवृत्त कर्नल, तो चाचा ने वायु सेना में पायलट के तौर पर काम किया. आरजू ने 2018 में दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मई 2020 में मनोविज्ञान में मास्टर्स डिग्री पूरी की. इस दौरान 2014-15 में आरजू राजस्थान गर्ल्स बटालियन में सर्वश्रेष्ठ एनसीसी कैडेट रहीं .

हमेशा टॉपर रहीं

स्कूल शिक्षा से कॉलेज तक हमेशा टॉपर रहने वाली आरजू को 2014 में राष्ट्रीय स्कूल स्तर की कुकिंग, खाना बनाने की प्रतियोगिता में विजय होने पर लंदन में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए नामांकित किया गया. जयपुर में सेना छावनी में तीन साल तक 'मई क्वीन' प्रतियोगिता की विजेता रहने के साथ हर स्तर पर स्वयं को नंबर एक ही साबित किया .

घुड़सवारी और तैराकी की भी जानकार

आरजू बावा ने घुड़सवारी और तैराकी की भी कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कार हासिल किए. आरजू के पिता कर्नल गुरप्रीत बावा ने ब्रिगेड ऑफ गॉर्ड में 35 वर्षों तक भारतीय थल सेना में सेवा की, जबकि आरजू की माता डीपीएस जयपुर में शिक्षिका हैं.

चाचा दिलप्रीत बावा ने भी कई सालों तक वायु सेना में बतौर विंग कमांडर कार्य करने के बाद वर्तमान में स्पाइस जेट में बतौर एक पायलट सेवाएं दे रहे हैं. परिवार की पृष्ठ भूमि में अपना लोहा मनाते हुए आरजू बावा की कामयाबी पर पालमपुर में खुशी का माहौल है.

ये भी पढ़ें- सोलन के दो बेटों ने प्रदेश का बढ़ाया मान, चेतन जग्गा और ओजस कैंथला बने सेना में अधिकारी

पालमपुर: उपमंडल कार्यालय के निकटवर्ती गांव घुग्गर निवासी सेवानिवृत्त कर्नल गुरप्रीत बावा और डीपीएस जयपुर में शिक्षक सिम्मी बावा की बेटी लेफ्टिनेंट आरजू बावा ने भारतीय सेना में सेवाएं शुरू कर परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाया.

शनिवार को ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई(ओटीए) से प्रशिक्षण समाप्त कर भारतीय सशस्त्र बल में अपनी ज्वॉइनिंग दी. शिक्षण पूर्ण करने के बाद उन्हें लेफ्टिनेंट पद पर सुशाोभित किया गया है.

पिता सेना से हुए सेवानिवृत

पिता सेना से सेवानिवृत्त कर्नल, तो चाचा ने वायु सेना में पायलट के तौर पर काम किया. आरजू ने 2018 में दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मई 2020 में मनोविज्ञान में मास्टर्स डिग्री पूरी की. इस दौरान 2014-15 में आरजू राजस्थान गर्ल्स बटालियन में सर्वश्रेष्ठ एनसीसी कैडेट रहीं .

हमेशा टॉपर रहीं

स्कूल शिक्षा से कॉलेज तक हमेशा टॉपर रहने वाली आरजू को 2014 में राष्ट्रीय स्कूल स्तर की कुकिंग, खाना बनाने की प्रतियोगिता में विजय होने पर लंदन में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए नामांकित किया गया. जयपुर में सेना छावनी में तीन साल तक 'मई क्वीन' प्रतियोगिता की विजेता रहने के साथ हर स्तर पर स्वयं को नंबर एक ही साबित किया .

घुड़सवारी और तैराकी की भी जानकार

आरजू बावा ने घुड़सवारी और तैराकी की भी कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कार हासिल किए. आरजू के पिता कर्नल गुरप्रीत बावा ने ब्रिगेड ऑफ गॉर्ड में 35 वर्षों तक भारतीय थल सेना में सेवा की, जबकि आरजू की माता डीपीएस जयपुर में शिक्षिका हैं.

चाचा दिलप्रीत बावा ने भी कई सालों तक वायु सेना में बतौर विंग कमांडर कार्य करने के बाद वर्तमान में स्पाइस जेट में बतौर एक पायलट सेवाएं दे रहे हैं. परिवार की पृष्ठ भूमि में अपना लोहा मनाते हुए आरजू बावा की कामयाबी पर पालमपुर में खुशी का माहौल है.

ये भी पढ़ें- सोलन के दो बेटों ने प्रदेश का बढ़ाया मान, चेतन जग्गा और ओजस कैंथला बने सेना में अधिकारी

Last Updated : May 30, 2021, 1:49 PM IST
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