हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर ने देश भर के 48 तकनीकी शिक्षण संस्थानों को टक्कर देते हुए सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया है. एचपीटीयू और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र दोनों के इक्विटी एक्शन प्लान को एमएचआरडी की नेशनल प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट ने बेहतरीन प्लान की श्रेणी में सम्मिलित किया है.
जानकारी के अनुसार एचपीटीयू ने शिक्षा एवं गुणवत्ता प्रोजेक्ट के तहत 20 करोड़ की ग्रांट हासिल करने के लिए आवेदन किया था. विश्व बैंक से इस तरह की ग्रांट हासिल करने के लिए आवेदन करने वाले देशभर के कुल 48 तकनीकी शिक्षण संस्थान इसमें शामिल थे. इसमें से 34 तकनीकी शिक्षण संस्थानों के इक्विटी एक्शन प्लान को विश्व बैंक स्वीकृत किया था लेकिन सशर्त इन एक्शन प्लान को और बेहतर बनाने के निर्देश भी जारी किए थे.
वहीं 12 तकनीकी शिक्षण संस्थानों की इक्विटी एक्शन प्लान को विश्व बैंक ने रद्द कर दिया था. मसलन 34 तकनीकी शिक्षण संस्थानों को विश्व बैंक ने सशर्त मंजूरी दी है. विश्व बैंक से तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता प्रोजेक्ट के तहत ग्रांट हासिल करने के लिए उत्तराखंड, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के शिक्षण संस्थानों ने अप्लाई किया था.
विश्व बैंक से इस प्रोजेक्ट के तहत मिलने वाली धनराशि का 80% हिस्सा 1 साल के भीतर खर्च करना पड़ता है. यह राशि तकनीकी शिक्षण संस्थानों में आधारभूत सुविधाएं जुटाने और शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने पर खर्च की जा सकती हैं.
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी बंसल का कहना है कि तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र दोनों के इक्विटी एक्शन प्लान को एमएचआरडी कि नेशनल प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट ने बेहतरीन प्लान की श्रेणी में शामिल किया है.