बिलासपुर: देश में फैली कोरोना महामारी से अग्रिम पंक्ति में लड़ रहे चिकित्सक स्वयं कितने सुरक्षित हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीती रात नगर से करीब तीन चार किलोमीटर दूर मल्लेह रा घाट नामक स्थान पर कुछ असामाजिक तत्वों ने चिकित्सक की गाड़ी रोककर जबरदस्त धुनाई कर डाली.
चिकित्सक अब जिला अस्पताल में उपचाराधीन है. वहीं, हिमाचल प्रदेश मेडिकल एसोसिशन बिलासपुर इकाई ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. पीड़ित चिकित्सक निशांत ने बताया कि पांच दिन पहले गुरूद्वारा बाजार के पास सब्जी की दुकान के पास उन्होंने एक युवक को मास्क लगाने और इधर -उधर थूकने के लिए मना किया था जिस पर युवक भड़क गया था.
उन्होंने कहा कि उनके घर बागी बिनौला में हैं और इन दिनों उनकी ड्यूटी क्वारंटाइन सेंटर जेएनवी में हैं और सभी के सेंपल कलेक्शन का काम भी वही कर रहे हैं. घर में छह माह की छोटी बेटी है व मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वह घर नहीं जा पाते और केवल खाना लाने के लिए ही जाते हैं.
डॉ. निशांत ने बताया कि बीती रात जब वह खाना लाने के लिए जा रहा था तो करीब नौ बजे मल्लेह रा घाट के पास चार-पांच युवकों ने उसे रोका और उनसे गाली गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दी. इतने में डॉ. निशांत कुछ समझ पाते तब तक युवकों ने मारना शुरू कर दिया था.
इन युवकों ने डॉक्टर की इतनी धुनाई की कि वे जिला अस्पताल में उपचाराधीन हैं. हालांकि पुलिस में इस घटना की शिकायत दर्ज करवा दी है और पुलिस ने पीड़ित चिकित्सक के बयान भी कलमबद्ध कर लिए हैं.
वहीं, एचपीएमओ के जिला बिलासपुर अध्यक्ष डॉ. सतीश शर्मा ने कहा कि कोरोना वॉरियर दिन रात अपनी जान की परवाह किए बिना जनता की जान को बचाने में लगे हैं. ऐसे में चिकित्सक पर इस प्रकार का जानलेवा हमला सहन योग्य नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस को अवगत करवा दिया गया है. उन्होंने पुलिस अधीक्षक बिलासपुर से मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
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