बिलासपुरः मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बिलासपुर पहुंचकर अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग की. इसके बाद उन्होंने सीधे नगर के रौड़ा सेक्टर में जाकर होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों का हाल चाल जाना.
स्वास्थ्य मंत्री की अस पहल को जनता ने सराहा
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से यह सबसे पहले शुरुआत की गई है. मंत्री का कहना है कि घर-द्वार पर जाकर मरीजों का हाल जानकर धरातल की रिपोर्ट पता चलती है. अगर कोई दिक्कत है तो मौके पर ही मंत्री को लोग बता सकते हैं ताकि विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए जा सकें. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा उठाए गए इस कदम की तारीफ बिलासपुर की जनता ने भी की है.
मंत्री ने बताया कि इसके बाद वह हमीरपुर व कांगड़ा में जाकर भी अधिकारियों से पूरी फीडबैक लेंगे. साथ ही वहां पर मरीजों का भी हाल-चाल पूछा जाएगा. मंत्री ने बताया कि उन्होंने बिलासपुर जिला के कोविड केयर सेंटरों में भर्ती हुए मरीजों का भी हाल-चाल जाना है.
स्थिति बिगड़ने पर बिलासपुर काॅलेज को बनाया जाएगा कोविड सेंटर
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बताया कि अगर बिलासपुर जिले में स्थिति बिगड़ती है तो इसके लिए भी पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर में 100 बेड का कोविड केयर सेंटर भी बनाया जा सकता है. अगर मामलों में किसी भी तरह से गिरावट नहीं आती है तो प्रतिदिन सैकड़ों मामले और स्थिति अनियंत्रित होती है तो इसके लिए पूरी तैयारियां पहले से कर रखी है.
ये भी पढ़ेंः- हिमाचल में एक सप्ताह के भीतर 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग को वैक्सीन लगना होगी शुरूः स्वास्थ्य मंत्री