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10वीं के रिजल्ट में बिलासपुर ने मारी बाजी, टॉप-10 में जिला के 8 छात्र - बिलासपुर के छात्र

10वीं की वार्षिक परीक्षा में बिलासपुर के मेधावी छात्रों ने डंका बजाया है. टॉप 10 मेरिट सूची में जिला के आठ छात्रों ने स्थान पाया है.

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बिलासपुर के छात्र
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Published : Jun 10, 2020, 11:45 AM IST

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में बिलासपुर के मेधावी छात्रों ने डंका बजाया है. टॉप-10 मेरिट सूची में जिला के आठ छात्रों ने स्थान पाया है. खास बात यह है कि इन आठ में से छह स्थान होनहार छात्राओं ने अपना नाम दर्ज करवाया है.

टॉप-3 में रहने वाली राजकीय उच्च विद्यालय पंतेहड़ा की छात्रा अनीशा शर्मा समेत मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं की तीन बेटियों श्रेया शर्मा, शगुन शर्मा व आरषी मेहता के अलावा नॉप्स पब्लिक स्कूल घुमारवीं की अभिलाषा व कामाक्षा शर्मा प्रदेश भर में चमकी हैं, जबकि ग्लोरी पब्लिक स्कूल बिलासपुर के वंश गुप्ता और नवज्योति स्कूल बिलासपुर के शौर्य शर्मा ने टॉप 10 मेरिट सूची में स्थान हासिल कर शिक्षकों, माता-पिता और क्षेत्र का नाम रोशन किया है.

राजकीय उच्च पाठशाला पंतेहड़ा की होनहार छात्रा अनिशा शर्मा ने बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा की मेरिट सूची में टॉप 3 में स्थान पाया है. 98.43 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही अनिशा का सपना आईएएस बनने का है. अनीशा जमा एक कक्षा में नॉन मेडिकल की पढ़ाई करेंगी. अनिशा के पिता ललित शर्मा एसवीएम बरोटा में टीजीटी और माता पवना कुमारी एसवीएम पंतेहड़ा में अध्यापिका हैं. अनिशा पढ़ाई में काफी तेज है और यही वजह है कि प्रतिभा खोज परीक्षा में जिला भर में अव्वल स्थान प्राप्त कर स्कॉलरशिप की हकदार भी बनी हैं. इस स्कॉलरशिप के तहत हर महीने एक हजार रूपए अनिशा को जमा दो कक्षा की पढ़ाई तक मिलते रहेंगे.

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की श्रेया शर्मा ने 98.29 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में चौथा स्थान हासिल किया. श्रेया बड़ी होकर चिकित्सक बनकर जनसेवा करना चाहती है. पापा शशिपाल शर्मा और माता सरिता कुमारी के घर जन्मी श्रेया 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती है. श्रेया के पापा पलोग स्कूल में नॉन मेडिकल के टीजीटी पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता भाषा अध्यापिका है. श्रेया ने अपनी उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों व माता-पिता के अलावा बड़े भाई को दिया है. मिनर्वा स्कूल के प्रिंसिपल प्रवेश चंदेल ने बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की है.

वहीं, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की शगुन शर्मा ने 98.14 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में पांचवा स्थान हासिल कर नाम रोशन किया है. शगुन ने बड़ी होकर डॉक्टर बनने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वह दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती है. पन्याला गांव की शगुन के पिता संजीव कुमार दयोथ इलाके में फार्मासिस्ट हैं और माता दधोल स्कूल में आईटी टीचर हैं. शगुन ने अपनी उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों को दिया है. मिनर्वा स्कूल के प्रिंसीपल प्रवेश चंदेल ने बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की है.

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की आरषी मेहता ने 97.57 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में नौवां स्थान प्राप्त किया. आरषी ने बड़ी होकर चिकित्सक बनने का सपना संजोया है. आरषी के पिता रितेश मेहता बिजनेसमैन है और माता अंशु मेहता शिक्षिका है. घुमारवीं के सारटी फटोह गांव की आरषी सपना पूरा करने के लिए 10 से12 घंटे कड़ी मेहनत कर रही है. दो बहनों में बड़ी आरषी ने इस उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों को दिया है.

प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं कक्षा की मेरिट सूची में 97.57 प्रतिशत अंकों के साथ 9वां स्थान हासिल करने वाले नवज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर के होनहार छात्र शौर्य सांख्यान कंप्यूटर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का सपना पाले हुए हैं. जमा एक कक्षा में नॉन मेडिकल की पढ़ाई करेंगे. इनके पिता देवेंद्र सांख्यान बिलासपुर में जिला कृषि अधिकारी पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठीपुरा में नॉन मेडिकल विषय की प्राध्यापिका हैं. शौर्य ने राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा भी उत्तीर्ण की है.

इसके अलावा ग्लोरी पब्लिक स्कूल बिलासपुर के होनहार छात्र वंश गुप्ता ने 10वीं कक्षा की मेरिट सूची में 98.43 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरा स्थान दर्ज करवाया है, जिससे न केवल स्कूल बल्कि जिला का नाम भी ऊंचा हुआ है. वंश गुप्ता के पिता हेमंत गुप्ता कांगड़ा केंद्रीय बैंक की लदरौर शाखा में बैंक मैनेजर पद पर कार्यरत हैं और माता मीनू गुप्ता गृहिणी हैं. बड़ा होकर वंश गुप्ता सिविल सर्विसेज में जाना चाहते हैं. रिजल्ट आने के बाद शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने वंश गुप्ता के पापा से फोन पर बातचीत कर बधाई दी.

वहीं, नॉप्स स्कूल की अभिलाषा ने 685 अंक प्राप्त की प्रदेश भर में सातवां स्थान हासिल किया है. अभिलाषा के पिता राजेश कुमार खंड विकास झंडूता में कनिष्ट अभियतां के रूप में कार्यरत हैं, जबकि माता वीना शर्मा शिक्षक हैं. अभिलाषा बड़ी होकर अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनना चाहती है. बेटी ने इस उपलब्धि का श्रेय शिक्षकों व अभिभावकों को दिया है.

नॉप्स स्कूल की कामाक्षा शर्मा ने 684 अंक हासिल कर प्रदेश भर में आठवां स्थान प्राप्त किया है. कामाक्षा के पिता नंद लाल शर्मा शिक्षक हैं, जबकि माता कांता शर्मा गृहणी हैं. कामाक्षा बड़ी होकर न्यूरोलॉजिस्ट बनेगी. उन्होंने इसका श्रेय शिक्षकों व माता-पिता व बड़ी बहन को दिया है.

ये भी पढ़ें: ऑटो चालक की बेटी ने 10वीं की मेरिट में झटका पांचवां स्थान, मंडी के 4 विद्यार्थियों ने किया टॉप

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में बिलासपुर के मेधावी छात्रों ने डंका बजाया है. टॉप-10 मेरिट सूची में जिला के आठ छात्रों ने स्थान पाया है. खास बात यह है कि इन आठ में से छह स्थान होनहार छात्राओं ने अपना नाम दर्ज करवाया है.

टॉप-3 में रहने वाली राजकीय उच्च विद्यालय पंतेहड़ा की छात्रा अनीशा शर्मा समेत मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं की तीन बेटियों श्रेया शर्मा, शगुन शर्मा व आरषी मेहता के अलावा नॉप्स पब्लिक स्कूल घुमारवीं की अभिलाषा व कामाक्षा शर्मा प्रदेश भर में चमकी हैं, जबकि ग्लोरी पब्लिक स्कूल बिलासपुर के वंश गुप्ता और नवज्योति स्कूल बिलासपुर के शौर्य शर्मा ने टॉप 10 मेरिट सूची में स्थान हासिल कर शिक्षकों, माता-पिता और क्षेत्र का नाम रोशन किया है.

राजकीय उच्च पाठशाला पंतेहड़ा की होनहार छात्रा अनिशा शर्मा ने बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा की मेरिट सूची में टॉप 3 में स्थान पाया है. 98.43 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही अनिशा का सपना आईएएस बनने का है. अनीशा जमा एक कक्षा में नॉन मेडिकल की पढ़ाई करेंगी. अनिशा के पिता ललित शर्मा एसवीएम बरोटा में टीजीटी और माता पवना कुमारी एसवीएम पंतेहड़ा में अध्यापिका हैं. अनिशा पढ़ाई में काफी तेज है और यही वजह है कि प्रतिभा खोज परीक्षा में जिला भर में अव्वल स्थान प्राप्त कर स्कॉलरशिप की हकदार भी बनी हैं. इस स्कॉलरशिप के तहत हर महीने एक हजार रूपए अनिशा को जमा दो कक्षा की पढ़ाई तक मिलते रहेंगे.

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की श्रेया शर्मा ने 98.29 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में चौथा स्थान हासिल किया. श्रेया बड़ी होकर चिकित्सक बनकर जनसेवा करना चाहती है. पापा शशिपाल शर्मा और माता सरिता कुमारी के घर जन्मी श्रेया 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती है. श्रेया के पापा पलोग स्कूल में नॉन मेडिकल के टीजीटी पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता भाषा अध्यापिका है. श्रेया ने अपनी उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों व माता-पिता के अलावा बड़े भाई को दिया है. मिनर्वा स्कूल के प्रिंसिपल प्रवेश चंदेल ने बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की है.

वहीं, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की शगुन शर्मा ने 98.14 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में पांचवा स्थान हासिल कर नाम रोशन किया है. शगुन ने बड़ी होकर डॉक्टर बनने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वह दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती है. पन्याला गांव की शगुन के पिता संजीव कुमार दयोथ इलाके में फार्मासिस्ट हैं और माता दधोल स्कूल में आईटी टीचर हैं. शगुन ने अपनी उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों को दिया है. मिनर्वा स्कूल के प्रिंसीपल प्रवेश चंदेल ने बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की है.

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के घोषित 10वीं की वार्षिक परीक्षा में मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल की आरषी मेहता ने 97.57 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में नौवां स्थान प्राप्त किया. आरषी ने बड़ी होकर चिकित्सक बनने का सपना संजोया है. आरषी के पिता रितेश मेहता बिजनेसमैन है और माता अंशु मेहता शिक्षिका है. घुमारवीं के सारटी फटोह गांव की आरषी सपना पूरा करने के लिए 10 से12 घंटे कड़ी मेहनत कर रही है. दो बहनों में बड़ी आरषी ने इस उपलब्धि का श्रेय मिनर्वा स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों को दिया है.

प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं कक्षा की मेरिट सूची में 97.57 प्रतिशत अंकों के साथ 9वां स्थान हासिल करने वाले नवज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर के होनहार छात्र शौर्य सांख्यान कंप्यूटर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का सपना पाले हुए हैं. जमा एक कक्षा में नॉन मेडिकल की पढ़ाई करेंगे. इनके पिता देवेंद्र सांख्यान बिलासपुर में जिला कृषि अधिकारी पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठीपुरा में नॉन मेडिकल विषय की प्राध्यापिका हैं. शौर्य ने राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा भी उत्तीर्ण की है.

इसके अलावा ग्लोरी पब्लिक स्कूल बिलासपुर के होनहार छात्र वंश गुप्ता ने 10वीं कक्षा की मेरिट सूची में 98.43 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरा स्थान दर्ज करवाया है, जिससे न केवल स्कूल बल्कि जिला का नाम भी ऊंचा हुआ है. वंश गुप्ता के पिता हेमंत गुप्ता कांगड़ा केंद्रीय बैंक की लदरौर शाखा में बैंक मैनेजर पद पर कार्यरत हैं और माता मीनू गुप्ता गृहिणी हैं. बड़ा होकर वंश गुप्ता सिविल सर्विसेज में जाना चाहते हैं. रिजल्ट आने के बाद शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने वंश गुप्ता के पापा से फोन पर बातचीत कर बधाई दी.

वहीं, नॉप्स स्कूल की अभिलाषा ने 685 अंक प्राप्त की प्रदेश भर में सातवां स्थान हासिल किया है. अभिलाषा के पिता राजेश कुमार खंड विकास झंडूता में कनिष्ट अभियतां के रूप में कार्यरत हैं, जबकि माता वीना शर्मा शिक्षक हैं. अभिलाषा बड़ी होकर अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनना चाहती है. बेटी ने इस उपलब्धि का श्रेय शिक्षकों व अभिभावकों को दिया है.

नॉप्स स्कूल की कामाक्षा शर्मा ने 684 अंक हासिल कर प्रदेश भर में आठवां स्थान प्राप्त किया है. कामाक्षा के पिता नंद लाल शर्मा शिक्षक हैं, जबकि माता कांता शर्मा गृहणी हैं. कामाक्षा बड़ी होकर न्यूरोलॉजिस्ट बनेगी. उन्होंने इसका श्रेय शिक्षकों व माता-पिता व बड़ी बहन को दिया है.

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