ऊनाः लंबे अंतराल के बाद प्रदेश के शक्तिपीठों के कपाट खुल गए हैं. केंद्र सरकार द्वारा जारी एसओपी की गाइडलाइन को पूरा करते हुए मंदिर न्यास की ओर से यहां पर आ रहे श्रद्वालुओं को भगवान के दर पर माथा टिकवाया जा रहा हैं. जिला ऊना में विश्व विख्यात शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए.
दूरदराज क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं में माता के दर्शन किए और अपनी मनोकामनाएं मांगी. कोविड के तहत सावधानी के मद्देनजर दर्शन के लिए कुछ बदलाव किए गए हैं. अब नई प्रणाली के अनुसार एक दिन में केवल 500 श्रद्धालु ही मां के दर्शन कर सकेंगे. साथ ही सभी श्रद्धालुओं को मेडिकल जांच के बाद ही दर्शन की अनुमति दी जा रही है.
जबकि कोविड के लक्षण पाए जाने पर उन्हें हॉस्पिटल या कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया जाएगा. बाहरी प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए किसी होटल में दो दिन की बुकिंग के साथ ही उनकी कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है. गुरुवार को मंदिर खुलने के साथ ही मंदिर प्रशासन भी मौके पर मजूद रहा.
चिंतपूर्णी मंदिर के अधिकारी ओपी लखनपाल ने बताया कि सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों को ध्यान में रख कर मंदिर में सभी इंतजाम किए गए हैं. मंदिर खुलने के साथ जो भी निर्देश सरकार की ओर से जारी किए गए हैं, उनकी अनुपालना की जा रही है. उन्होंने कहा कि आज खुशी का दिन है कि मंदिर खुल गए हैं. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा माता के दर्शनों के लिए आए, लेकिन कोविड के नियमों का पालन करें.
वहीं, श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें माता के दर्शन करके सतुंष्टि मिली है और उन्होंने माता से प्रार्थना की है कि दुनिया को इस महामारी से मुक्त कर दें. उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद आज मंदिरों को खोला गया है, जिससे उन्हें बहुत खुशी हो रही है और मंदिर में आकर उन्हें आनंद की अनूभूति हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लिया गया ये फैसला बहुत अच्छा है. मंदिर प्रबंधन द्वारा कोविड को देखते हुए सभी तैयारियां की गई है.
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